प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में गर्भवतियों को वितरित किए, मां वाउचर योजना के कूपन
गर्भवतियों की हुई निशुल्क प्रसवपूर्व जांच व सोनोग्राफी
सवाई माधोपुर, 28 अक्टूबर। जिले में सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया गया। अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच व निजी सोनोग्राफ़ी केंद्रों पर निशुल्क सोनोग्राफ़ी की गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना ने राज्य की प्रत्येक गर्भवती महिला की गर्भावस्था के अंतर्गत आवश्यक रूप से एक बार सोनोग्राफी सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से मां वाउचर योजना को प्रारंभ किया गया है। गर्भवती महिला की दूसरी या तीसरी तिमाही में गर्भकाल के दौरान सोनोग्राफी निरूशुल्क कराई जा रही है। इसमें जिले के निजी सोनोग्राफी सेंटरों को जोड़ा गया है, ताकि गर्भवती महिलाओं को उन्हीं के क्षेत्र में सोनोग्राफी करवाने की सुविधा मिल सके। इसके अंतर्गत गर्भवती महिला अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी पंजीकृत सोनोग्राफी केन्द्र पर जांच करवा सकती है। प्रधानमंत्री मातृत्व अभियान दिवस पर माह की 9, 18 व 27 तारीख को आवश्यक जांच के साथ-साथ सोनोग्राफी जांच करवाने के लिए क्यूआर कोड युक्त कूपन गर्भवतियों के रजिस्ट्रर्ड मोबाइल नंबर पर जारी किया जा रहा है। इस कूपन के माध्यम से गर्भवती महिला विभाग से अधिकृत किसी भी निजी सोनोग्राफी केंद्र पर अपनी सोनोग्राफी जांच निरूशुल्क करवा सकती है। इस योजना में जुड़ने वाले सोनोग्राफी सेंटर्स को प्रति सोनोग्राफी 450 रुपये मिलेंगे। इसके अलावा पूर्व की भांति सरकारी सोनोग्राफी सेंटर पर निशुल्क सोनोग्राफी जारी रहेगी।
किसी भी जिले में जाकर करवा सकेंगी सोनोग्राफी, वाउचर 30 दिन तक रहेगा वेलिडेट:- गर्भवती किसी भी जिले में जाकर उस वाउचर के माध्यम से सोनोग्राफी करवा सकती है। वाउचर 30 दिन तक के लिए वैलिड रहेगा, अगर महिला 30 दिन में सोनोग्राफी नही करवाती है तो उसे पुनः अपना क्यू आर कोड एक्टिवेट करवाना होगा।
9,18 और 27 को आयोजित हो रहा पीएमएसएमए:- गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच कर वजन, उंचाई, पेट की जांच, खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, एचआईवी, सिफलिस, हदय स्पंदन, यूरिन, सोनोग्राफी आदि जांच कर आवश्यक दवाएं उपलब्ध करवाई गई। चिकित्सकों द्वारा विभिन्न चिकित्सा संस्थानों पर गर्भवतियों की जांच के साथ ही गर्भावस्था के दौरान किसी भी गर्भवती में जटिलता पाए जाने पर उच्च संस्थानों पर भी रेफर किया गया। साथ ही चिकित्सकों ने गर्भावस्था में आने वाली जटिलताओं के बारे में जागरूक किया। प्रत्येक महिला को गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाए के लिऐ प्रत्येक माह 9 तारीख को एएनसी सेवाएं देने हेतु प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान मनाया जाता है। इसके साथ ही पीएमएसएमए प्लस के अंतर्गत प्रत्येक माह की 18 व 27 तारीख को भी अभियान का आयोजन कर गर्भवतियों की जांच की जाती है। अभियान काअभियान में यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक महिला की दूसरी और तीसरी तिमाही तक गर्भवती गर्भवस्था में कम से कम एक बार चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य जांच अवष्य हो जाए। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए ये जरूरी है कि गर्भधारण से लेकर प्रसव होने तक हर गर्भवती महिला की समय समय पर प्रसव पूर्व विशेष स्वास्थ्य जांच हो एवं उन्हें चिकित्सकीय परामर्श देकर संस्थागत प्रसव को बढावा दिया जा सके। साथ ही सभी को भोजन की अच्छी आदतों को अपनाने, पोषक तत्वों युक्त भोजन करने, हरी सब्जियों, फलों, आयरन युक्त खाघ पदार्थों का सेवन करने की संबंधी जानकारी दी गई।