जुआ अब चोरी छिपे नहीं हो रही खुलेआम गांवों में सज रही जुआं के फड़ें पुलिस बनी मूक दर्शक
सोशल मीडिया पर जुंआ खेलने का वीडियो तेजी से हो रहा वायरल
प्रयागराज। जुआं अब चोरी छिपे नहीं खुलेआम हो रहा है। कस्बा व गांव में जुआ के फड़ सुबह ही सज जाते है। ताश के पत्तों पर हजारों के दांव लगा लोग भाग्य आजमा रहे हैं। भाग्य के मोह जाल भरे खेल में सैकड़ों परिवार तबाही का शिकार हो चुके हैं। कहीं ताश के पत्तों पर पपलू तो कहीं किट के नए-नए नाम से जुआ के फड़ सज रहे है। इसमें युवा जुआं के लती होकर घर की पूंजी गंवा बर्बादी के रास्ते पर हैं। पहले पुलिस का नाम सुनते ही जुआरी फड़ छोड़ कर भाग खड़े होते थे। बदले समय में अब पुलिस आते-जाते रहकर जुआरियों में वसूली तक सीमित रहने के कारण जुआरियों को कानून का कोई डर नहीं रहता।थाना हो या चौकी उसके आस-पास बेखौफ संचालित फड़ पुलिस की मौजूदा कार्यशैली की वास्तविकता का खुलासा कर रहे हैं। जुआ को लेकर यह हालत किसी एक गांव की नहीं है, बल्कि कोतवाली के कई गांवों में धड़ल्ले से ताश के पत्तों पर जुए के फड़ सुबह से ही शुरू हो जाते हैं। प्रबुद्ध नागरिकों का आरोप है कि पुलिस ने जुआ खेलने की खुली छूट देकर कमाई का जरिया बना लिया है। इससे छात्र जीवन में ही युवक इसके लती होकर घर परिवार के लोगों में कलह का कारण बने हैं। गांवों में ताश के पत्तों पर जुआ की चौपालें सुबह से देर रात तक संचालित होती रहती हैं। इससे गांवों में अराजकता की स्थिति बनी रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि नशाखोरी के बाद जुआरी आपस में ही बवाल करते हैं। नारीबारी पुलिस चौकी, थाना शंकरगढ़ , पीपीसीएल व गन्ने पुलिस चौकी का इलाका भी इससे अछूता नहीं है। जुआरी हजारों का दांव लगाकर पुलिस के लिए चुनौती बने हैं। बताते चलें कि थाना शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत पुलिस चौकी नारी बारी इलाके के ग्राम पंचायत सतपुरा में खुलेआम 52 पत्तों के साथ जुआ खेलते हुए सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है मगर इलाकाई पुलिस बेखबर दिख रही है जिससे जुंआडियों के हौसले बुलंद है।