17 हजार की रिश्वत लेते गिरदावर, पटवारी व ड्राइवर गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सवाई माधोपुर की टीम ने मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय के तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरदावर विमल कुमार अग्रवाल, पटवारी राम प्रसाद बैरवा व ड्राइवर सइद खान को अलग-अलग स्थान पर ₹17हजार की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है एवं तहसीलदार घसीटाराम बेैरवा की भी इस रिश्वत कांड में प्रथम जांच में संलिप्तता पाई गई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सवाई माधोपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि परिवादी ने एक प्रार्थना पत्र पेश कर बताया था कि जमीन की पैमाइश को लेकर गिरदावर विमल कुमार अग्रवाल पटवारी राम प्रसाद बैरवा ने पांच ₹5हजार की रिश्वत राशि एवं तहसीलदार के ड्राइवर सईद खान ने तहसीलदार के लिए ₹10हजार की रिश्वत राशि की मांग की है जिसमें प्रथम सत्यापन के दौरान पटवारी ने ₹3हजार व गिरदावर ने ₹2हजार लिए एवं सोमवार को बकाया राशि गिरदावर विमल कुमार अग्रवाल ने 3हजार पटवारी राम प्रसाद बैरवा ने 2हजार एवं तहसीलदार के चेंबर में ड्राइवर सईद खान ने ₹10हजार की राशि ली। इस दौरान एसीबी की टीम ने तीनों को अलग-अलग स्थान पर ₹17हजार की नगद राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम से पूरे तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया एवं कर्मचारी कार्यालय छोड़कर भूमिगत होगी हो गए। एसीबी सवाई माधोपुर की टीम मैं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में सर्किल इंस्पेक्टर विवेक सोनी, कांस्टेबल जुगलाल, भोलाराम, मनोज कुमार, राजवीर सिंह, हमीर सिंह, रमेश कुमार व संजय कुमार शामिल थे। एएसपी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि मलारना डूंगर तहसील कार्यालय में कर्मचारी व दलालों के मार्फत रिश्वत लेने की शिकायत काफी समय से आ रही थी इसके लिए विशेष अभियान चलाकर कर्मचारी व दलालों को भी पकड़ा जाएगा।