छात्राएं अपनी बुद्धि व शारीरिक शक्ति के उपयोग से अपना बचाव कर सकती हैं: श्रीमती अदिति चोधरी

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कन्या महाविद्यालय में जिलास्तरीय रानी लक्ष्मीबाई केंद्र का उद्घाटन समारोह आयोजित, जिले भर से सेकडो छात्राओ ने लिया उत्साह पूर्वक भाग

भीलवाडा।  सेठ मुरलीधर मांनसिंहका राजकीय कन्या महाविद्यालय, भीलवाड़ा में रानी लक्ष्मी बाई केंद्र एवं आत्मरक्षा शिविर का उद्घाटन समारोह सोमवार को आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अनिल कुमार सुराणा ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती अदिति चोधरी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, त्वरित अनुसंधान सेल, भीलवाड़ा एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती वीना अग्रवाल, वरिष्ठ विधि सलाहकार, जिला परिषद भीलवाड़ा रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की पूजा-अर्चना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। रानी लक्ष्मी बाई केंद्र तथा महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉक्टर सीमा गौड़ ने रानी लक्ष्मी बाई केंद्र स्थापित करने के उद्देश्य तथा आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की। डॉ गौड़ ने बताया कि आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा, जयपुर के निर्देशानुसार प्रत्येक जिले में एक रानी लक्ष्मीबाई केंद्र की स्थापना की गई है, जिसका उद्देश्य छात्राओं को एक भय मुक्त वातावरण प्रदान करना है। जिले में सेठ मुरलीधर मानसिंहका राजकीय कन्या महाविद्यालय को इसका नोडल कॉलेज बनाया गया है। भीलवाड़ा जिले के विविध राजकीय तथा निजी महाविद्यालयों में अध्यनरत छात्राएं इसमें अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकती हैं। यह शिविर महाविद्यालय समय के अतिरिक्त समय में 25-50 छात्राओं का बैच बनाकर चलाया जाएगा। इस शिविर का उद्देश्य छात्राओं को स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, प्राथमिक चिकित्सा, आत्मरक्षा के गुर जैसे गिराना, पछाड़ना, स्वयं की बचाव की तकनीक, एवं स्वयं की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपकरणों के उपयोग आदि की जानकारी प्रदान करना है। इससे छात्राओं का शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक रूप से विकास होगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती अदिति चोधरी ने बताया कि छात्राएं अपनी बुद्धि व शारीरिक शक्ति के उपयोग से अपना बचाव कर सकती हैं। उन्होंने छात्राओं को महिला सुरक्षा से जुड़े हेल्पलाइन नंबर, विभिन्न परिस्थितियों में पुलिस प्रशासन से प्राप्त सहायता के बारे में जानकारी भी दी। विशिष्ट अतिथि श्रीमती वीना अग्रवाल ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न कानून, महिला सुरक्षा से संबंधित अन्य कानूनों की जानकारी देते हुए बताया कि आत्मरक्षा आज के समय की मांग है और रानी लक्ष्मीबाई केंद्र द्वारा संचालित आत्मरक्षा शिविर से प्रशिक्षित होकर छात्राएं अपनी मदद स्वयं कर सकती हैं। इस अवसर पर प्राचार्य महोदय ने छात्राओं को आत्मरक्षा शिविर का महत्व बताते हुए प्रशिक्षण शिविर में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ रंजीता गर्ग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शशी शर्मा ने दिया। इस कार्यक्रम में महिला प्रकोष्ठ के सभी सदस्य डॉ अंजली अग्रवाल, श्रीमती रेखा चावला, श्रीमती नीलम बरवड़, श्रीमती इंका श्री वर्मा और साथ ही महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ सरोज मेहता, डॉ आशा उपाध्याय, श्रीमती सुधा नवल, श्रीमती सुनीता भार्गव एवं अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह में सेमुमा राजकीय कन्या महाविद्यालय एवं भीलवाड़ा जिले के अन्य महाविद्यालयों की लगभग 100 छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।


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