मनोरथों को पूर्ण करती है गोवर्धन परिक्रमा कथावाचक अर्चना भारद्वाज
कामां कस्बां के रामजी गेट मोहल्ला परिसर में हो रही भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के पांचवें दिन गोवर्धन भगवान की पूजा कर हर्षोल्लास के साथ उत्सव मनाया कथा वाचक अर्चना भारद्वाज ने प्रवचन के दौरान बताया कि कलयुग में गोवर्धन पर्वत जिन्हें गिरिराज भी कहा जाता है उनकी परिक्रमा बहुत ही महत्वपूर्ण मानी गई है गोवर्धन परिक्रमा श्रद्धा वालों के सभी मनोनटो को पूर्ण करने वाली होती है गोवर्धन पर्वत को योगेश्वर भगवान कृष्ण का साक्षात स्वरूप माना गया है भगवान हर परिस्थिति में भक्तों के साथ होते हैं इस दौरान श्रद्धालुओं ने गोवर्धन भगवान की पूजा कर झांकी के दर्शन किए तथा मधुर भजनों पर जमकर झूमे जिसमें संगीतकार कमल यादव और व्यवस्थापक एवं झांकी प्रचारक अमर सिंह यादव के द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया भागवत कथा में श्रद्धालु भक्तगणों के साथ गौरीशंकर महादेव समिति भी मौजूद रही