भीलवाड़ा-मूलचन्द पेसवानी। अपना संस्थान और नगर निगम भीलवाड़ा द्वारा आयोजित पांच दिवसीय हरित संगम स्वच्छता एवं पर्यावरण मेले का मंगलवार को समापन हो गया। अंतिम दिन अवधपुरी में मंत्रोच्चार, हवन, यज्ञ, सामूहिक सूर्य नमस्कार और पर्यावरण के प्रति जागरूकता की गतिविधियों ने मेले को खास बना दिया।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि “पेड़ धरती मां का श्रृंगार हैं, इन्हें खत्म करने के बजाय इनका संरक्षण करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पॉलीथिन का उपयोग बंद नहीं हुआ, तो इसके लिए सख्त कानून लागू करना पड़ेगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन के लिए पेड़ों का होना जरूरी है। पेड़ हर साल 3500 लीटर पानी रिचार्ज करते हैं, जिससे पर्यावरण संतुलित रहता है। उन्होंने रासायनिक खाद के अत्यधिक उपयोग को धरती मां के लिए घातक बताया और जैविक खेती अपनाने का आह्वान किया। साथ ही, हर गांव और शहर में बर्तन बैंक बनाने का सुझाव दिया, ताकि डिस्पोजल का उपयोग कम हो और स्वच्छता को बढ़ावा मिल सके।
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय सह संयोजक राकेश जैन ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में प्रति व्यक्ति पेड़ की संख्या केवल 29 है, जो अन्य देशों की तुलना में बहुत कम है। विधायक अशोक कोठारी ने अमृता देवी के बलिदान का उदाहरण देते हुए पेड़ों के संरक्षण का संदेश दिया।
महापौर राकेश पाठक ने बताया कि भीलवाड़ा प्रदेश का पहला ऐसा शहर है, जो एसटीपी प्लांट से 20-30ः उपयोग किए गए पानी को फिर से उपयोग कर रहा है।
कार्यक्रम की शुरुआत में अपना संस्थान के प्रांत सचिव विनोद मेलाना ने संस्थान की उपलब्धियों और कार्यों की जानकारी दी। अब तक 1.66 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं और चारागाह विकास पर भी काम चल रहा है। कार्यक्रम में बाईसाइकिल मेन ऑफ इंडिया नीरज प्रजापति, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, समाजसेवी तिलोकचंद छाबड़ा, और मेला संयोजक राधेश्याम सोमानी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
हरित संगम मेले के दौरान आयोजित केबीसी आधारित प्रतियोगिता में विजेता छात्रों को शिक्षा मंत्री ने सम्मानित किया। मेले के अंतिम दिन भारत विकास परिषद वीर शिवाजी शाखा, प्राकृतिक कुल्हड़ ग्रुप, और सहयोग सेवार्थ संस्थान के सहयोग से रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। शिविर में 68 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया।
अवधपुरी प्रांगण में आर्य समाज के तत्वावधान में हवन और मंत्रोच्चार का आयोजन किया गया। हवन में छात्र-छात्राओं और आर्य समाज के पदाधिकारियों ने भाग लिया। गायत्री परिवार और विश्नोई समाज द्वारा भी यज्ञ का आयोजन किया गया।
सुबह 8 बजे सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर मोनिका कुमावत के नेतृत्व में हुआ। इसके बाद ग्रीन हार्टफुलनेस रन और मैराथन का आयोजन किया गया। पर्यावरण और स्वच्छता साइकिल रैली भी निकाली गई, जिसका नेतृत्व अरुण मुछाल ने किया। हरित संगम मेले के अंतिम दिन जानकी रसोई और अन्य स्टॉल्स पर लोगों की भारी भीड़ रही। यहां शुद्ध और डिस्पोजल रहित खाद्य पदार्थ न्यूनतम मूल्य पर उपलब्ध कराए गए।