गीतामिय काव्य-कुम्भ’’ का हुआ भव्य विमोचन समारोह संपन्न


अतिथियो ने की ऋतु चतुर्वेदी की साहित्यिक प्रतिभा की सराहना, ’’गीतामिय काव्य-कुम्भ’’ को बताया हिंदी साहित्य के लिए एक अमूल्य योगदान

भीलवाडा। साहित्य जगत में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, प्रख्यात लेखिका ऋतु चतुर्वेदी अध्यापिका स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल विद्यालय, कोटड़ी के नवीनतम काव्य संग्रह ’’गीतामिय काव्य-कुम्भ’’ का भव्य विमोचन समारोह वरिष्ठ नागरिक भवन, भीलवाड़ा में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल विद्यालय, कोटड़ी की पूर्व विद्यार्थी जिया योगी ने की, स्वागत उद्बोधन मुरलीधर व्यास ने दिया। ऋतु चतुर्वेदी द्वारा ’’गीतामिय काव्य-कुम्भ’’ पुस्तक की प्रेरणा का श्रेय प्राचार्य महावीर भट्ट को दिया एवं पुस्तक को अपने सास-ससुर एवं माता-पिता को समर्पित की। यह काव्य संग्रह, ऋतु चतुर्वेदी की साहित्यिक यात्रा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। ’’गीतामिय काव्य कुम्भ’’ में संकलित कविताएं मानवीय भावनाओं, प्रकृति के सौंदर्य और जीवन के विभिन्न रंगों को अत्यंत ही मधुर और गेय शैली में प्रस्तुत करती हैं। कवयित्री ने अपनी गहरी संवेदना और कल्पनाशीलता से शब्दों को ऐसे पिरोया है कि प्रत्येक रचना पाठक के हृदय को स्पर्श करती है। विमोचन समारोह में साहित्य जगत की कई गणमान्य हस्तियों, कवियों, लेखकों, और कला प्रेमियों राजेन्द्र गोपाल व्यास, सत्यनारायण जाजू, लक्ष्मीनारायण डाड, योगेन्द्र शर्मा, डॉ. कमलाकांत, श्याम सुंदर मधुप, दीनदयाल जोशी, रामावतार टिब्बा, विष्णु सांगावत आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य महावीर भट्ट, मुख्य वक्ता डॉ. भैरू लाल गर्ग, विशिष्ट अतिथि डॉ. कैलाश मंडेला, मुख्य अतिथि पंचमुखी दरबार के महंत लक्ष्मणदास महाराज ने पुस्तक का विमोचन करते हुए ऋतु चतुर्वेदी की साहित्यिक प्रतिभा की सराहना की और ’’गीतामिय काव्य-कुम्भ’’ को हिंदी साहित्य के लिए एक अमूल्य योगदान बताया। लेखिका परिचय डॉ. अर्पिता दाधीच ने दिया। इस अवसर पर ऋतु चतुर्वेदी ने अपनी कुछ चुनिंदा कविताओं का पाठ भी किया, जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने अपनी रचना प्रक्रिया और काव्य संग्रह के भावों पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों ने ’’गीतामिय काव्य-कुम्भ’’ की भाषा, भाव और गेयता की विशेष रूप से प्रशंसा की। ऋतु चतुर्वेदी हिंदी साहित्य की एक प्रतिष्ठित लेखिका हैं, जिन्होंने अपनी लेखनी से पाठकों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया है। उनकी रचनाएं अक्सर मानवीय मूल्यों, सामाजिक सरोकारों और प्रकृति के प्रति गहरे प्रेम को दर्शाती हैं। ’’गीतामिय काव्य-कुम्भ’’ उनकी साहित्यिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो उनकी काव्य प्रतिभा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। विमोचन समारोह का सफल संचालन ग़ज़लकार डॉ. अवधेश कुमार जौहरी ने किया।


WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now