गुरु पूर्णिमा 21 को,सर्वार्थ सिद्धि और प्रीति योग में मनाई जाएगी

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बौंली, बामनवास । पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं। इस दिन गुरु पद पूजा का महत्व माना गया हैं। इस बार गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई रविवार को मनाई जाएगी। इस बार गुरु पूर्णिमा पर विशेष संयोग भी बन रहे हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन महाभारत के रचयिता महान ऋषि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। जिसके चलते इसे व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता हैं। इस शुभ अवसर पर पूजा-पाठ और दान-पुण्य करना चाहिए। आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि इस बार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 21 जुलाई रविवार को दोपहर 03:46 मिनट तक रहेगी। पूर्णिमा तिथि उदयात में होने से गुरु पूर्णिमा का पर्व 21 जुलाई रविवार को ही मनाया जाएगा। इस बार गुरु पूर्णिमा पर सर्वार्थसिद्धि योग और प्रीति योग का संयोग रहेगा। गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह 07:19 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक और दोपहर बाद 2:10 बजे से 3:52 बजे तक गुरु पद पूजा करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा। आयोजन के तहत इस दिन सभी जगहों पर विशेष आयोजन होंगे। शिष्य गुरुओं का   पूजन करेंगे।


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