बौंली । हनुमान जन्मोत्सव का पर्व संकटमोचन हनुमान जी को समर्पित हैं। हनुमान जी को संकट मोचन,अंजनी सुत,पवन पुत्र,आंजनेय और केसरीनंदन आदि नामों से भी जाना जाता हैं। आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि हनुमान जन्मोत्सव अत्यंत श्रद्धाभाव एवं धूमधाम से मनाया जाता हैं । भगवान शिव के ग्यारहवे रुद्रावतार हैं हनुमान जी। प्रति वर्ष चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि पर हनुमान जन्मोत्सव मनाने की परंपरा हैं। उदयातिथि के अनुसार 12 अप्रैल शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा। यह दिन भगवान हनुमान के जन्म की खुशी में समर्पित होता हैं । इस दिन बजरंगबली की पूजा-अर्चना करने से संकटों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति व खुशहाली आती हैं। आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि हनुमान जन्मोत्सव मनाने का शुभ मुहूर्त सुबह 07:35 बजे से 09:10 बजे तक और दोपहर में 01:57 बजे से शाम 05:09 बजे तक। इसके बाद शाम को 06:45 बजे से 08:09 बजे तक । रात्रि में 09:33 से 12:21 तक सुंदरकांड, रात्रि जागरण आदि कार्य सकते हैं । इस दिन हनुमान जी की आराधना से विघ्न – बाधाएं दूर होती हैं और ग्रह-दोष भी शांत होते हैं । इस दिन की पूजा को विशेष फलदायी माना गया हैं।

1996 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 1996 से दैनिक भास्कर में बौंली, बामनवास एवं सन 2000 में दैनिक भास्कर ब्यूरो चीफ गंगापुर सिटी। 2003 से पंजाब केसरी और वर्तमान में राष्ट्रदूत। अनेकों चैनल व अखबारों में कार्यरत हैं। आवाज आपकी न्यूज पोर्टल में पत्रकार हैं।