कोई समा रहा काल के गाल में
तो कोई अपंग होकर लड़ रहा जिंदगी से जंग
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत प्रयागराज और चित्रकूट के हाईवे पर लगातार हादसे हो रहे हैं जिसमें छ़ं महीनों में कई लोगों की जान जा चुकी है तो कुछ अपनी जिंदगी और मौत से अस्पतालों में लड़ रहे हैं। आखिर इतने हादसे क्यों हो रहे हैं कैसे हो रहे हैं क्या कारण है क्या हमारी सरकारी व्यवस्था हमारे नियम और कानून सब फेल हो रहे हैं या तो जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारो से भाग रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों का मानना है कि प्रयागराज लोहगरा से लेकर चित्रकूट बॉर्डर टकटई तक हमेशा आए दिन किसी न किसी की जान जाती है या तो कोई न कोई अस्पताल की बेड पर अंग-अपंग होकर लेटें मिलता है। यहां किसी का परिवार उजड़ जाता है तो कोई अपनी जिंदगी और मौत से लड़ता रहता है यहां किसी के पास धन है किसी के पास नहीं है या कोई अपनी गरीबी से जूझ रहा है वह कैसे जी रहा है यह एक गंभीर विषय है। कारण ज्यादातर सड़कों पर ओवरलोड गाड़ियां चलती हैं जिस पर कहीं ना कहीं सिस्टम पर सवालिया निशान जरूर खड़ा करता है। आखिर आरटीओ विभाग रोजाना हो रही ऐसी घटनाओं पर पर ध्यान क्यों नहीं दे पा रहा है जो अपने आप में अहम और बड़ा सवाल है।क्या अब मानव जीवन के लिए एक यह सफल अभियान हैं कि आने वाला हमारा कुंभ प्रयागराज के लोगों को एक अलग दिशा दिखाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास रत है तो इस तरह की घटना को देखकर क्या जो कुंभ स्नान को देखना चाह रहे हैं स्नान करना चाह रहे हैं आना छोड़ देंगे यह एक गंभीर विषय है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है इस तरह में सरकार की व्यवस्था का एक ढीलापन सामने आ रहा है सड़क सुरक्षा लोगों की जान की रक्षा यह सरकार की एक प्राथमिकता है परंतु इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है सारे काम सारे जिम्मेदारी पैसों की धन उगाही के अभाव में डूबता जा रहा है। हमारी सुरक्षा सड़क पर कोई ध्यान नहीं है ओवरलोड ट्रक चल रही हैं। जैसे एक सड़क हादसा हुआ रिलायंस टंकी के पास ट्रैक्टर और हाईवा में जिसमें कपारी के चार महिला पुरुष जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं वहीं दूसरी घटना मुरका का चित्रकूट प्रयागराज के बॉर्डर पर क्या ऐसे चलता रहेगा आने वाले समय में क्या प्रयागराज का कुंभ सफल होगा।इस तरह की घटना को देखते हुए यह एक गंभीर विषय है।