होली फूहड़ता अश्लीलता हुड़दंड, नशेबाजी का पर्व नही अपितु पवित्रता, समभाव, प्रेम का पर्व हैः- हरिचैतन्य पुरी महाराज
कामां। नास्तिकता पर आस्तिकता,अधर्म पर धर्म,असत्य पर सत्य,अन्याय पर न्याय की विजय का पर्व होली है। होली फूहड़ता अश्लीलता हुड़दंड,नशेबाजी का पर्व नही बल्कि पवित्रता,समभाव, प्रेम प्यार का पावन पर्व है। उक्त बात हरिकृपा आश्रम के संत स्वामी हरि चैतन्य पुरी महाराज ने घेरे वाली चामड़ मन्दिर समिति द्वारा आयोजित होली मिलन व सम्मान समारोह में मुख्यातिथि के रूप में व्यक्त किए।
महाराज ने भावुक होते हुए कहा कि जहां आन गांव को जोगना बाहर गांव को सिद्ध लोगो द्वारा माना जाता है वही उसके विपरित कामां बस्ती ने मुझे बड़ा ही स्नेह और सम्मान दिया है जिसके बल पर मुझे शक्ति प्राप्त होती है।
मन्दिर समिति के अध्यक्ष राधा शरण पुजारी व मंत्री मोतीलाल शर्मा ने बताया कि रविवार रात्रि को चामड़ मन्दिर परिसर में श्याम सुंदर दास महाराज की अध्यक्षता व स्वामी हरिचैतन्य पूरी महाराज के मुख्यातिथ्य,व्यापार महासंघ के अध्यक्ष कमल अरोड़ा,कैलाश लोहिया,रामशरण दनगस,दिलीप अरोड़ा,भागचन्द जैन बड़जात्या, हरिओम सोनी,ओमप्रकाश मीणा,सुमन अरोड़ा,सुधा जैन के विशिष्ट आथित्य में होली मिलन व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। व्यवस्थापक खेमराज खण्डेलवाल ने बताया कि समारोह का शुभारंभ चामड़ मां व गणेश भगवान के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन व कमल सिंह कमल की गणेश वंदना से हुआ। कार्यक्रम का संचालन करते हुए जायन्ट्स ग्रुप के यूनिट डायरेक्टर संजय जैन बड़जात्या ने कहा कि नशे का त्याग कर वात्सल्य से होली मनाना सार्थक है।
काव्य गोष्ठी में फूलों से खेली होलीः-मन्दिर समिति के मनोज गंगौरा वाले व महेश रायपुरिया ने बताया कि समारोह में स्थानीय कवियों द्वारा होली पर अपनी रचनाएं प्रस्तुत की गई। वहीं उपस्थित लोगों ने फूलों की होली खेल कर खुशियां मनाई। गोविंद ब्रजवासी,कमल सिंह कमल,शीशराम गोला,पंकज प्रखर,पवन नीरज,कैलाश सोनी स्वर्णिम,ब्रजबिहारी सुरीला,तारा चन्द प्रेमी, रामकिशन दुश्मन द्वारा रचनाएं प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में समिति द्वारा उपस्थित अतिथियों का का सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर जायंट्स ग्रुप आफ कॉमवन,अपना घर सेवा समिति,कामवन जीव सेवा समिति, व्यापार महासंघ सहित चामड़ मंदिर समिति के सदस्य मौजूद थे।