कुशलगढ़|मामा बालेश्वर दयाल राजकीय महाविद्यालय, कुशलगढ़ में 1 मई को विश्व श्रमिक दिवस के उपलक्ष्य में एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन द्वारा की गई।कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके पश्चात् महाविद्यालय परिसर में कार्यरत समस्त श्रमिकों का माल्यार्पण व पुष्पवर्षा कर आत्मीय सम्मान किया गया। प्राचार्य महोदय ने अपने उद्बोधन में श्रमिकों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रमिक समाज का आधार स्तंभ है। एक छोटी सी सुई से लगाकर बड़ी ईमारतों के निर्माण में श्रमिक सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है।किसी भी संस्था की नींव उसके श्रमिक होते हैं। उनकी सतत निष्ठा, परिश्रम एवं समर्पण के बिना किसी भी संस्था की प्रगति की कल्पना नहीं की जा सकती। श्रमिक दिवस हमें श्रम के सम्मान एवं श्रमिकों के अधिकारों की याद दिलाता है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त आचार्य गण,गैर-शिक्षण कर्मचारी,विद्यार्थी तथा श्रमिकगण उपस्थित रहे। सभी ने श्रमिकों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया। सभी ने श्रम ही शक्ति है , श्रम सफलता की कुंजी है का उद्घोष किया। इस अवसर पर श्रमिकों के लिए महाविद्यालय प्रशासन द्वारा गन्ने के रस एवं स्वल्पाहार (नाश्ता) की विशेष व्यवस्था की गई, जिससे आपसी सौहार्द एवं सम्मान की भावना प्रकट हुई। ये जानकारी प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन ने दी।