माननीय राज्यपाल श्री मिश्र ने खानुआँ में विद्या भारती के नवनिर्मित भवन का किया लोकार्पण


सूक्ष्म निरीक्षण, अनुभव विस्तार और निरंतर अध्ययन किसी भी विद्यार्थी को सफलताओ के शीर्ष पर पहुंचा सकता है – माननीय राज्यपाल

– समाज में शिक्षा जितनी जरूरी है, उतना ही संस्कारों के निर्माण पर भी ध्यान देना आवश्यक है – माननीय राज्यपाल
– कोई भी राष्ट्र उन्नत, गतिशील, संस्कारित और प्रतिष्ठित तभी होता है जब वहां शिक्षा की उत्कृष्ट व्यवस्था हो – माननीय राज्यपाल
– राज्यपाल को भेंट की राणा सांगा की प्रतीकात्मक धातु मूरत, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई

भरतपुर, 17 सितम्बर। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र के मुख्य आतिथ्य में पंचायत समिति रूपवास के ग्राम खानुआं में आदर्श विद्या मंदिर के नवनिर्मित विद्या भारती विद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेन्द्र प्रसाद खेतान ने की तथा कार्यक्रम पूर्व अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर भरतराम कुम्हार, समाजसेवी एवं एआईए की अध्यक्ष डॉ. उर्मिलेश आर्य, डॉ. यशपाल आर्य, महेन्द्र सिंह मग्गो एवं शिव प्रसाद विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि समाज में शिक्षा जितनी जरूरी है, उतना ही संस्कारों के निर्माण पर भी ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोई राष्ट्र अपनी संस्कृति और जीवन मूल्यों को बचाए रखने के साथ नई पीढ़ी को इनके लिए तैयार करने का कार्य करता है तभी उसकी सार्थकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मनुष्य की ज्ञान संपदा में वृद्धि के साथ सभी जीवों के प्रति सम्मान का भाव जागृत करना है।
राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि सूक्ष्म निरीक्षण, अनुभव विस्तार और निरंतर अध्ययन किसी भी विद्यार्थी को सफलताओ के शीर्ष पर पहुंचा सकता है। इस दिशा में विद्या भारतीय संस्थान ने जो कार्य देश-विदेश में किया है, वह अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि हमें आज इस तरह की ही शिक्षा पद्धति की अधिक आवश्यकता है जो व्यक्ति को शिक्षित बनाने के साथ दीक्षित भी करे। उन्होंने नई शिक्षा नीति को ’आत्म निर्भर’ भारत के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए इसे देश के नागरिकों को उन्नत तथा युगानुकूल बनाने में उपयोगी बताया। उन्होंने पंचपदी शिक्षा पद्दति है की चर्चा करते हुए कहा कि यह भारतीय संस्कारों से ओतप्रोत है। इसमें रटने के बजाय विद्यार्थी के मन मस्तिष्क को पुष्ट करने पर जोर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भरतपुर जिले में राणा सांगा की युद्व स्थली खानुआ में इस तरह का शिक्षण संस्थान खुला है। इससे पहले उन्होंने संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया।
कार्यक्रम के दौरान विद्या भारती संस्थान के द्वारा राणा सांगा की प्रतिकात्मक मूरत माननीय राज्यपाल को भेंट की गयी। इस दौरान विभिन्न देशभक्तिपरक एवं लोक गीतों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सम्भागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, जिला कलक्टर लोक बंधु, जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन रतन कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्वेता यादव, जिला रसद अधिकारी भारती भारद्वाज, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्र सिंह, राजस्व अपील अधिकारी अखिलेश पिप्पल सहित जिला स्तरीय अधिकारी, विद्या भारती संस्थान, आदर्श विद्या मंदिर संस्थान के प्राचार्य, विद्यालय के शिक्षक एवं कार्मिक, छात्र-छात्राएं एवं गणमाण्य नागरिक मौजूद रहे।


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