ट्रैफिक रुल्स तोड़ने पर जनवरी से अब तक किए 1 हजार चालान
बयाना में दौड़ रहे सैकड़ों ओवरलोड वाहन; पुलिस ने 8 माह में ओवरलोड के विरुद्ध नही की कोई कार्यवाही
ओवरलोड वाहनों की चपेट में आकर कई लोग गवां चुके जान
बयाना 24 अगस्त (अमन झालानी)। पुलिस द्वारा समय-समय पर यातायात नियमों की पालना को लेकर अभियान चलाकर लोगों से समझाइश की जाती है व पुलिस स्कूलों, सामाजिक संस्थाओं और सार्वजनिक स्थानों पर जाकर भी लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराकर जागरूक करने का कार्य भी करती रहती है। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की संख्या भले ही 8 माह में 1 हज़ार से अधिक हो, लेकिन ओवर लोड वाहनों के कोई कार्यवाही नही की गई है। बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने एवं यातायात नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है।
जनवरी से लेकर अब तक के आकड़ों को देखें तो बयाना में विभिन्न श्रेणियों में कुल 1 हजार 85 चालान किए गए है। जिसमें हर महीने करीब 100 से अधिक कार्रवाई की गई है। यह चालान दुपहिया पर क्षमता से अधिक सवारी बैठाने,सीट बेल्ट या हेलमेट नहीं लगाने या अन्य नियमों के उल्लंघन को लेकर बनाए गए हैं। वही ओवर लोड के खिलाफ 8 माह में कोई कार्रवाई नही की गई है। ऐसे में पुलिस पर ओवर लोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना सवालिया निशान लग रहे है।
ओवर लोड वाहनों से दुर्घटना की आशंका, कार्रवाई जरूरी- बयाना में स्टेट हाईवे की सड़कों पर ओवर लोड वाहन सरपट दौड़ रहे है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। आलम यह है कि ओवर लोड गिट्टियां भरकर निकलने वाले डंफरों व ट्रेलरों से गट्टियां , बजरी सड़क पर फैलती जाती है जिससे सड़क पर गिट्टियों से दुपहिया वाहनों के फिसलने से दुर्घटना की संभावना अधिक रहती है। जबकि हाईवे पर रुदावल, गाजीपुर व भगोरी की ओर रोजाना दर्जनों ओवर लोड गिट्टियों व बजरी और पत्थर की ठेवियों से भरकर डंफर एवं ट्रकों को निकलते हुए देखा जा सकता है। लेकिन पुलिस एवं परिवहन विभाग की ओर से इन ओवर लोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से वाहन चालक क्षमता से अधिक माल भरकर बेखौफ दौड़ते हुए देखे जा रहे है। ओवरलोड वाहनों की चपेट में आकर अब तक कई लोग अपनी जान गवां चुके है और कई विकलांग भी हो गए हैं।