नारीबारी क्षेत्र के गौरा में अवैध निर्माण से बाढ़ के खतरे का अंदेशा


गौरा सिंचाई विभाग के रिफ्लेक्स पर अवैध निर्माण पर नहीं हुई कार्यवाही

प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर तहसील बारा के थाना शंकरगढ़ पुलिस चौकी नारीबारी क्षेत्र के ग्राम गौरा में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीणों में डर है कि अगर समय रहते अवैध निर्माण नहीं हटाया गया, तो 1997 जैसी तबाही दोबारा देखने को मिल सकती है।रविवार को गौरा गांव निवासी श्याम बिहारी द्विवेदी ने एक प्रेसवार्ता में बताया कि गांव के चौराहे पर दो नदियों का संगम होता है और 1997 की बाढ़ में पूरा गांव जलमग्न हो गया था। इसी खतरे से बचाव के लिए सिंचाई विभाग द्वारा चौराहे के पास एक रिफ्लेक्स बनाया गया था।लेकिन अब गांव के ही निवासी व सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी अयोध्या प्रसाद पाल ने अपने खेत में मकान बनवाते हुए दोनों ओर अवैध निर्माण कर लिया है। एक ओर पीडब्ल्यूडी की जमीन पर कब्जा है, तो दूसरी ओर रिफ्लेक्स पर ही निर्माण कर दिया गया है, जिससे जलप्रवाह बाधित होने की आशंका है।
द्विवेदी का आरोप है कि इस गंभीर मामले की कई बार शिकायत करने के बावजूद न पुलिस ने कोई कार्रवाई की और न ही सिंचाई विभाग ने हस्तक्षेप किया। उनका साफ कहना है – अगर अवैध निर्माण नहीं हटे, तो बाढ़ की स्थिति में पूरा गांव फिर डूब सकता है।क्या प्रशासन सोता रहेगा या इस बार बर्बादी से पहले कोई ठोस कदम उठाएगा?


WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now