वन विभाग की भूमि पर वन अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम सभा बंधवा में किया जा रहा अवैध कब्जा
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर शंकरगढ़ क्षेत्र में टंडन वन सरकारी वन के भू भाग को रेंजर और तहसील के अधिकारियों की मदद से लगातार कब्जा किया जा रहा है। लगभग 4000 बीघे में फैला हुआ वन क्षेत्र जिसमें लाखों पेड़ पौधे लगे हुए हैं क्षेत्रीय पर्यावरण को शुद्ध रखने में मदद करता है। उसी सरकारी भूमि पर वन अधिकारी की मदद से लगभग 400 बीघे को अवैध रूप से कब्जा करके खेती करवाई जा रही है। क्षेत्र के लोगों ने कई बार इस मामले में उप जिलाधिकारी को अवगत कराया पर उसके बावजूद इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। जबकि तहसील प्रशासन लगातार सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है। और जब लोगों ने लिखित शिकायत करके इस मामले पर संज्ञान लेने को कहा गया तो प्रशासन ने अजीबो गरीब बहाना बनाते हुए कहा कि टंडन वन भूमि के नक्शे को चूहे खा गए हैं जिसकी वजह से टंडन वन की भूमि का नाप करना मुश्किल है। इसी मामले में आदिवासी लोगों पर निवास स्थान ना बनाने के बाद भी रेंजर के द्वारा 40 लोगों पर अवैध निर्माण का मुकदमा लिखा करके मामले को दबाने का प्रयास किया गया जबकि वन अधिकारी एवं राजस्व विभाग की मिलीभगत से खुद भू माफियाओं द्वारा इस पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। क्षेत्र के बसहारा, अकौरिया, श्रीनगर, बंधवा एवं सोनवर्षा आदि गांव के वन क्षेत्रों में लगातार अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कराई जा रही है और भू माफियाओं को खेती करने के लिए वन दरोगा की मिलीभगत से दे दी जाती है। क्षेत्रीय लोगों ने इसका कड़ा विरोध भी किया है और उपजिलाधिकारी बारा को लिखित रूप से अवगत कराया है कि पूरे वन क्षेत्र को मुक्त कराकर के वन एक्ट के तहत सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करके भू माफियाओं पर कार्रवाई करने की पुरजोर मांग की है।