प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर शंकरगढ़ क्षेत्र सहित जिले भर में सैकड़ों ऐसे मिष्ठान की दुकानें हैं जहां पर रक्षाबंधन के त्यौहार पर मिष्ठान में मिलावट खोरी चरम सीमा पर है।सूत्रों की माने तो चंद नोटों की गड्डी के चमक के आगे शायद संबंधित विभाग के जिम्मेदार बौने नजर आ रहे हैं।शायद वह भूल गए हैं कि उन्हें किस कार्य के लिए शासन के द्वारा नियुक्ति दी गई है और वह जिस कार्य में लिप्त है वह कार्य सही है अथवा पूर्णरूपेण गलत।विभागीय जिम्मेदारऔर मिलावट खोर दुकानदारों का लंबा गठजोड़ नजर आता है। रक्षाबंधन के त्यौहार पर मिष्ठान के रूप में जहर परोसे जाने की तैयारी मिष्ठानों की दुकानों पर जोर-शोर से चल रही है जिसके सेवन मात्र से लोगों को गंभीर बीमारियों का शिकार होना तय है। सूत्र बताते हैं कि रक्षाबंधन के त्यौहार के महज सप्ताह भर पूर्व से ही मिलावटी खोवा से बनाकर तरह-तरह की मिठाइयां तैयार की गई है। मिलावटखोरों के प्रति विभागीय जिम्मेदार इतने दयावान क्यों नजर आ रहे हैं यह सवाल लोगों के जेहन में कौंध रहा है कि दुकानदारों को विभागीय जिम्मेदारों का साथ बड़ी शिद्दत के साथ मिल रहा है जिसकी बदौलत आज तक किसी भी बड़े बड़े मिलावट खोर दुकानदारों के ऊपर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हो सकी है। कर्तव्यों का पालन करने के बजाए शायद माहवारी रकम वसूलने तक ही सीमित रह गए हैं। क्षेत्र के गौहनिया, जसरा, बारा, लोहगरा, शिवराजपुर, शंकरगढ़, नारीवारी, जारी सहित जिले भर के मुख्य बाजारों में सजी मिष्ठान की दुकानों का यही हाल है। मिश्रित खोवा से तैयार की गई मिठाई का नमूना मात्र एकत्रित कर जांच करा ली जाए तो फूड इंस्पेक्टर एवं मिलावट खोर दुकानदारों के बीच का गठजोड़ सबके सामने खुलकर आना तय है।