राजस्थान विधानसभा आम चुनाव 2023
अंतर्राज्यीय अधिकारियों के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर कानून व्यवस्था को बनायें रखें – संभागीय आयुक्त
भरतपुर, 22 अगस्त। संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा की अध्यक्षता में आगामी विधानसभा आम चुनाव 2023 के मद्देनजर कानून व्यवस्था के संबंध में सीमावर्ती राज्य उत्तरप्रदेश के जिले मथुरा व आगरा क प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक वीसी के माध्यम से मंगलवार को आयोजित की गई। बैठक में आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, एक्ससाईज एक्ट में कार्यवाही कर अपराधियों में भय पैदा करने, संवेदनशील एवं हॉटस्पॉट स्थानों का चिन्हीकरण कर उन पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने, सूचना के त्वरित आदान-प्रदान के लिए प्रत्येक स्तर पर सोशल मीडिया ग्रुप बनवाने, ऐसे संदिग्ध तत्व जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है की सूची बनवाने, एक्ससाईज व पुलिस अधिकारियों की निरंतर गस्त, असामाजिक तत्वों के आवागमन एवं सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनवाने, वाहन चैकिंग के लिए चैकपोस्ट बनवाने, अवैध व नकली मदिरा, शराब वितरण, अवैध हथियार, नकदी एवं गुण्डा तत्वों पर रोकथाम पर चर्चा की गई।
बैठक में संभागीय आयुक्त वर्मा ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य में नवम्बर एवं दिसम्बर 2023 में होने वाले विधानसभा आम चुनाव को मद्देनजर रखते हुए अंतर्राज्यीय जिलों के जिला अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वह राज्य में होने वाले चुनाव प्रक्रिया के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पूर्णपालना कर निष्पक्ष पारदर्शी एवं भयमुक्त मतदान के साथ कानून व्यवस्था को मजबूत करने में अपना पूर्ण सहयोग करेंगे। उन्होंने उत्तरप्रदेश के आगरा व मथुरा जिले के संबंधित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से संयुक्त खुफिया जानकारी साझा करने के साथ ही सीमा पर विभिन्न संदिग्ध वाहनों व हथियारों का आवागमन पर रोक लगाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में निवासरत हिस्ट्रीशीटर एवं अपराधियों को चिन्हित कर जिला प्रशासनिक अधिकारियों एवं जिला पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर अपराधियों पर संयुक्त रूप से नाकाबंदी के साथ लगाम लगाने के लिए तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए।
पुलिस महानिरीक्षक रूपिन्दर सिंघ ने बैठक में सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों के साथ चुनाव अवधि के दौरान पुलिसिंग व्यवस्था को मजबूत कर कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ करने के संबंध में कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में ऐसे सक्रिय गैंग जो आपराधिक वारदातों एवं घटनाओं को अंजाम देने के बाद सीमा पार कर जाते हैं साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों के वांरटी, हिस्ट्रीशीटर, असामाजिक तत्वों एवं आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर निगरानी रखकर चिन्हित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की सूची तैयार कर साझा करें जिससे चुनाव के दौरान संबंधित पर निगरानी रखी जा सके। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय शराब माफिया, हथियार माफिया एवं अधिक कैश का लेनदेन करने वाले व्यक्तियों पर निगरानी रखने के भी निर्देश दिये। उन्होंने चुनाव के मद्देनजर सीमावर्ती जिलों के ब्लॉक स्तरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठकें आयोजित करने का सुझाव दिया।
जिला निर्वाचन अधिकारी भरतपुर लोकबंधु ने कहा कि आगामी विधानसभा आम चुनाव 2023 को शांतिपूर्ण कराये जाने हेतु बदमाशों पर नियंत्रण करना, मतदाताओं को भयभीत करने वाले भयक्राताओं को चिन्हित करना, अवैध शराब की तस्करी को रोकना इत्यादि कार्यों के लिए भरतपुर जिले की सीमा से लगे हुए राज्यों के जिला प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के आपसी सामंजस्य आवश्यक है। उन्होंने चुनाव प्रभावित करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों, जिले की सीमा पर अवैध शराब, हथियार, विस्फोटक एवं नकदी का आवागमन करने वालों पर आपसी समन्वय से विशेष निगरानी रखें।
जिला कलक्टर डीग शरद मेहरा ने कहा कि डीग जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र डीग-कुम्हेर, नगर एवं कामां जो कि उत्तरप्रदेश के मथुरा एवं आगरा जिले की सीमा से साझा करते हैं, ऐसे क्षेत्रों में संबंधित क्षेत्रों के प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अधिकारी समन्वय कर निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि जल्दी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर डीग जिले की उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर समन्वय स्थापित किया जायेगा।
बैठक में मौजूद धौलपुर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने धौलपुर जिले में मतदान संबंधी की जा रही व्यवस्थाओं एवं कानून व्यवस्था के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि धौलपुर जिले से उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश की सीमा सटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों का व्हाट्सअप गु्रप बनाया गया है जिससे सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान हो सके एवं गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी रख कार्यवाही की जा सके।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भरतपुर भूपेन्द्र ने कहा कि मथुरा व आगरा के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से नियमित रूप से संपर्क में रहकर बॉर्डर पॉइन्टों पर विशेष व्यवस्थाऐं चाक-चौबन्द की जा रही हैं साथ ही संवेदनशील मार्गाें पर नाकाबंदी कर विशेष निगरानी रखी जायेगी।
बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी रतन कुमार ने चुनाव प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि जिले में स्वतंत्र, पारदर्शी, भयमुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अवैध व नकली मदिरा वितरण, अवैध हथियार, नगदी एवं संदिग्ध तत्वों पर रोकथाम तथा अंतर्राज्यीय अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र बयाना के 40 मतदान केंद्र व नदबई के 10 मतदान केंद्र आगरा जिले से लगते हैं। विधानसभा क्षेत्र भरतपुर के 5 मतदान केंद्र मथुरा जिला एवं 14 मतदान केंद्र आगरा जिला के सीमा से लगते हैं। इसी क्रम में विधानसभा क्षेत्र डीग व कुम्हेर के 41 मतदान केंद्र मथुरा जिले की सीमा से लगते हैं।
उक्त बैठक में सीमावर्ती राज्य उत्तरप्रदेश के मथुरा एवं आगरा जिले के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने बैठक के समस्त विषयों पर सहमति जताते हुए आपसी सांमजस्य के साथ हरसंभव सहायता व कार्यवाही का आश्वासन दिया साथ ही चाही गई सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध करवाने के संबंध में सहमति प्रदान की। अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान में फ्री एण्ड फेयर चुनाव करवाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जायेगी।
बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त परशुराम धानका, पुलिस अधीक्षक डीग ब्रजेश ज्योति उपाध्याय मौजूद रहे साथ ही वीसी के माध्यम से धौलपुर जिला कलक्टर अनिल कुमार, आयुक्त आगरा, जिला कलक्टर मथुरा, जिला पुलिस अधीक्षक मथुरा सहित संबंधित अधिकारीगण जुडे।