सहकारी डेयरी में 6 लीटर दुग्ध पैकेजिंग मशीन का किया शुभारम्भ डेयरी के विकास में सभी सदस्य
भरतपुर, 26 सितम्बर। भरतपुर सहकारी डेयरी में लगाइ गई 6 लीटर दूध पैकेजिंग मशीन का शुभारम्भ तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्य मंत्री ने पूजा-अर्चना कर किया। इस मशीन के शुरू हो जाने से एक साथ बडे उपभोक्ताओं को 6 लीटर दूध की थैलियां मिल सकेंगी। शुभारम्भ के बाद उन्होंने डेयरी संयत्र का अवलोकन भी किया।
पैकेजिंग मशीन के शुभारम्भ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ गर्ग ने कहा कि आज खाद्य पदार्थों में मिलावट सबसे बडी समस्या सामने आ रही लेकिन सरस ने दूध एवं दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता में जो साख बनाई है वह देश के अन्य सहकारी संघों की नहीं है। उन्होंने कहा कि इस साख को बनाये रखने के लिये जरूरी है कि डेयरी के सभी सदस्य मिलकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि राजस्थान दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में देश में सिरमौर है और सहकारी डेयरी इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है और भरतपुर डेयरी को भी भीलवाडा व अजमेर डेयरी के समान विकसित करने की दिशा में सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने हलवाई संघ के लोगों से भी आग्रह किया कि वे सहकारी डेयरी के उत्पादों को क्रय करें ताकि उन्हें गुणवत्ता युक्त उत्पाद निर्धारित दरों पर प्राप्त हो सकें।
डॉ. गर्ग ने बताया कि सहकारी आंदोलन अनेक कारणों की वजह से असफल हुआ लेकिन इस आंदोलन में सच्चे मन व समर्पित भाव से सहयोग दिया जाये तो कभी भी असफल नहीं हो सकता। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सहकारी डेयरी की चारदीवारी को उॅचा करने , संकलन केन्द्रों को बढाने और डेयरी में भण्डारित 150 टन घी को विक्रय कराने का प्रयास किया जायेगा। कार्यक्रम में सहकारी डेयरी की अध्यक्ष सुशीला भूतौली ने बताया कि इस डेयरी के माध्यम से करीब 2 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल रहा है जिसे और बढाने के लिये जरूरी है कि डेयरी के संकलन केन्द्रों में वृद्वि की जाये। उन्होंने बताया कि डेयरी के भवन की मरम्मत , चारदीवारी को उॅचा करने , भण्डारित 150 टन घी का विक्रय कराने की अत्यन्त आवश्यकता है।
इस अवसर पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजाराम भूतौली, संतोष फौजदार , पूर्व सरपंच सुरेश पाल, जुगलकिशोर सैनी, प्रेमसिंह प्रजापति , भूपेन्द्र शर्मा, हरीराम , उमाशंकर , एमएच खान, डॉ. लोकपाल सिंह, अभिषेक शर्मा, शिव कुमार, मोहन सिंह , राधेश्याम मडरपुर, बबलू खैमरा, सुरेश मदेरणा, हेमराज, मानसिंह, विनोद कुमार गुप्ता, ईश्वर सिंह, तुहीराम, रवि मुरवारा, नेमसिंह, अनिल, पप्पू मास्टर, रामचरण , हरवीर सिंह, आदि उपस्थित थे।