जहा मोह की इति होती है वहीं से शुरू होता है वार्षीतय-मुनि सुरेश
उदयपुर| शहर के महाप्रज्ञ विहार में अक्षयतृतीया पर वर्षीतप पारणा उत्सव, महाप्रज्ञ आइकॉनिक लाइब्रेरी का लोकापर्ण व तेरापंथ डायरेक्ट्री का तीन आयामी कार्यक्रम आयोजित हुआ
इस अवसर पर विशाल श्रावक समाज को सम्बोधित करते हुए शासन श्री मुनि सुरेश कुमार ने कहा- जहा मोह की इति होती है वही से दरअसल वर्षीतप शुरू होता है। भगवान ऋषभ ने वर्षीतप नहीं किया वह पूर्व कर्म अनुबंध परिणाम स्वरूप सहज हो गया। आज तीन तपस्वीयों का अभिनंदन हो रहा है, वे तपस्या के क्षेत्र में नए कीर्तिमान गढे यही मंगलकामना करता हूँ। उन्होंने कहा-आइकॉनिक लाइब्रेरी भावी पीढी के निमार्ण का महनीय उपक्रम है।डायरेक्ट्री सम्माजिक समरसता की दिशा में किया गया सराहनीय प्रयास है
मुनि सम्बोध कुमार ‘मेधांश’ ने कहा- संयम निखरता है तो तपस्या सिद्ध होती है। अक्षय तृतीय अखंड है। आइकॉनिक लाइब्रेरी आने वाली पीढी के शांत वातावरण में अध्ययन और हर पीढ़ी को हर धर्म का ज्ञान सौंपेगी। यहाँ वेद-पुराण, आगम प्रेरक पुस्तकें ज्योतिष सब कुछ एक साथ मिलेगा। सहयोग डायरेक्ट्री समाज के तंत्र को प्रगतिमान बनायेगा ।
मुनि सिद्धप्रज्ञ ने कहा- तपस्या में ताप बढे मगर संताप नहीं। अज्ञानपूर्वक किया गया तप कार्मण शरीर को निर्जरा को अर्पित नहीं कर सकता। आज भगवान ऋषभ के वर्षीतप के पारणे के साथ तेरापंथ के द्वितिय आचार्य श्री भारिमल्ल का जन्म दिवस का सुखद संयोग है। तपस्या मनोबल से ही सम्पन्न होती है।
तेरापंथ महिला मंडल के समुह गान से शुरू हुए कार्यक्रम में वर्षातप तपस्वीनी श्रीमती कमला चौधरी, श्रीमती कमला हिरण के साथ एक वर्ष से एकलठाणा कर रही श्रीमती कस्तुर देवी जैन का साहित्य व ओपरणा से अभिनंदन किया।
इस अवसर तेरापंथ परिचायिका -2024 ‘सहयोग” का लोकार्पण प्रायोजक मांगीलाल, प्रदीप,सुनील लुणावत व समागत पदाधिकारिगण द्वारा मुनिवृन्द को भेट कर किया गया।
इससे पूर्व महाप्रज्ञ आईकॉनिक लाइब्रेरी का लोकापर्ण मुनिवृंद के मंगलपाठ के बाद रूपलाल डागलिया परिवार के साथ संस्था पदाधिकारिगण द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में तेरापंथ सभाध्यक्ष अर्जुन खोखावत, ते. यु.प अध्यक्ष विक्रम पगारिया, महिला मंडल अध्यक्षा सीमा बाबेल, टी.पी. एक अध्यक्ष कोठारी, तेरापंथ डायरेक्ट्री संयोजक अभिषेक पोखरना,अभय कोठारी,व हिरण परिवार की ओर से श्रीमती स्नेहा जैन, चौधरी परिवार की ओर से श्रीमती हेमा चौधरी ने विचारों की भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी।
मंच संचालन तेरापंथ सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने किया।