शाहपुरा जिले में बढ़ता अशांति का माहौल, थाना प्रभारी लाइन हाजिर

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कोटड़ी के मंदिर में मूर्ति तोड़ने की घटना से कस्बे में तनाव, हिन्दू संगठनों का धरना

शाहपुरा जिले के कोटड़ी कस्बे में शनिदेव मंदिर में नवग्रह भगवान और बालाजी की मूर्तियों को तोड़ने की घटना ने शनिवार सुबह से ही कस्बे में भारी तनाव पैदा कर दिया है। कृषि मंडी रोड स्थित इस प्राचीन मंदिर में मूर्तियों के साथ हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। आक्रोशित ग्रामीणों और हिन्दू संगठनों ने मन्दिर के बाहर धरना देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस की लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोटड़ी थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। शाहपुरा की एएसपी चंचल मिश्रा व शाहपुरा के डिप्टी एसपी रमेश तिवारी मौके पर मौजूद हैं और स्थिति को संभालने में जुटे हुए हैं।

शनिदेव मंदिर में असामाजिक तत्वों द्वारा मूर्तियों को तोड़े जाने की घटना अलसुबह उस वक्त सामने आई जब मंदिर के पुजारी प्रभुलाल डाकोत सुबह की सेवा के लिए मंदिर पहुंचे। वहां नवग्रह भगवान और बालाजी की मूर्तियां टूटी हुई पाई गईं, जिन्हें मंदिर से बाहर फेंका गया था। पुजारी ने तुरंत ग्रामीणों को सूचित किया, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
घटना के बाद कोटड़ी के स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि थाना पुलिस कस्बे में बढ़ती असामाजिक घटनाओं को नजरअंदाज कर रही है। इसके विरोध में ग्रामीणों और हिन्दू संगठनों ने मंदिर के बाहर धरना शुरू कर दिया और कोटड़ी एसएचओ सुरेंद्र सिंह सहित पूरे थाना स्टाफ को हटाने की मांग की। घटना की गंभीरता को देखते हुए कोटड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) चंचल मिश्रा, शाहपुरा सीओ रमेश तिवारी, कोटड़ी सीओ प्रमोद कुमार, काछोला थाना प्रभारी श्रद्धा पचैरी, पंडेर थाना प्रभारी कमलेश कुमार, तहसीलदार रवि शेखर चैधरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रहलाद सेन, और चारभुजा नाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया सहित कस्बे के कई गणमान्य लोग मौके पर पहुंचे।
स्थानीय लोगों ने अधिकारियों के सामने कस्बे में बढ़ती वारदातों पर नाराजगी जताई और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने मंदिर में हुई इस शर्मनाक घटना के पीछे असामाजिक तत्वों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। ग्रामीणों ने थाना पुलिस पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं के बावजूद पुलिस द्वारा समय पर कार्रवाई नहीं की गई, जिससे लोगों में असंतोष है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शाहपुरा एसपी राजेश कांवट के निर्देश पर कोटड़ी थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया। उनकी जगह शाहपुरा पुलिस थाने के प्रभाती लाल मीणा को कोटड़ी थाने का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है। एएसपी चंचल मिश्रा ने घटना की जांच और दोषियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए कहा कि पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेगी।
हालांकि, स्थानीय हिन्दू संगठनों और ग्रामीणों ने घटना का शीघ्र खुलासा न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया तो वे व्यापक स्तर पर आंदोलन करेंगे। हालांकि, शांति बनाए रखने के उद्देश्य से हिन्दू संगठनों ने बाजार बंद नहीं करने का निर्णय लिया है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि यह धैर्य केवल कुछ समय के लिए है, और जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र हो सकता है।
मूर्ति तोड़ने की घटना के बाद कोटड़ी कस्बे में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस और प्रशासन की ओर से शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। घटनास्थल पर पुलिस की चैकसी बढ़ा दी गई है, और प्रशासन द्वारा लगातार ग्रामीणों और संगठनों के साथ संवाद स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि शांति बहाल रहे।
प्रशासन की ओर से कस्बे के लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की गई है। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि वे जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करें और क्षेत्र में शांति की बहाली सुनिश्चित करें। इसके अलावा, पुलिस की कार्यशैली और जिम्मेदारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं, जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने न केवल कस्बे में असुरक्षा का माहौल पैदा किया है, बल्कि प्रशासन और पुलिस की कार्यक्षमता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले को कितनी तेजी से सुलझा पाता है और कस्बे में शांति और सुरक्षा का माहौल कैसे बहाल करता है।


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