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मासूम बच्चे की ज़िद: टीम वतन फाउंडेशन ने अनोखे अंदाज में मनाया नया साल

मासूम बच्चे की ज़िद: टीम वतन फाउंडेशन ने अनोखे अंदाज में मनाया नया साल

रेलवे स्टेशन पर जरूरतमंदों को ठंड से बचाया

सवाई माधोपुर 1जनवरी।नया साल मनाने के ढेरों तरीके होते हैं, लेकिन टीम वतन फाउंडेशन ने इस साल कुछ अलग ही तरीका अपनाया। पिछले 10 वर्षों से भाईचारे और सेवा कार्यों के लिए सक्रिय टीम वतन फाउंडेशन ने एक बार फिर समाज के सबसे कमजोर वर्ग की मदद करने के लिए कदम बढ़ाया।

इस बार की खास बात यह थी कि इस पहल में टीम के सबसे छोटे सदस्य, मासूम बच्चे अली की ज़िद भी शामिल थी। अली ने ठान लिया था कि इस बार वह नए साल के मौके पर रेलवे स्टेशन पर जाकर जरूरतमंदों की मदद करेगा। अली की इस ज़िद ने टीम को और भी प्रेरित किया, और पूरी टीम ने 31 दिसंबर की रात को मिशन ‘दर्द का एहसास’ के तहत जरूरतमंदों को कंबल बांटने का संकल्प लिया।

टीम वतन फाउंडेशन के हुसैन आर्मी ने 26 दिसंबर से लगातार साइकिल पर कंबल लेकर रात को फुटपाथ, रेलवे स्टेशन और अस्पतालों का दौरा किया ताकि सर्दी से परेशान लोगों को राहत मिल सके।
आर्मी के अनुसार पिछले चार सालों से यह सेवा लगातार जारी है। इस बार भी, टीम ने 12:01 बजे, जब देशभर में लोग शराब और पार्टियों में व्यस्त थे, रेलवे स्टेशन पर नए साल का स्वागत किया और जरूरतमंदों को कंबल बांटे।

टीम के सदस्य अली, जो सिर्फ एक मासूम बच्चा है, ने यह कदम उठाकर न सिर्फ अपनी ज़िद को पूरा किया, बल्कि पूरे समाज को यह संदेश भी दिया कि छोटे से छोटे प्रयास भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। अली की इस ज़िद ने सभी को यह सिखाया कि किसी भी रूप में सेवा करना, चाहे वो छोटा हो या बड़ा, समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी है।

टीम वतन फाउंडेशन का यह कार्य सचमुच प्रेरणादायक है, क्योंकि उन्होंने अपने नए साल के जश्न को दूसरों की मदद करने में बदल दिया। इस आयोजन से यह संदेश भी गया कि हमें अपनी खुशियों और समृद्धि का एक हिस्सा समाज के जरूरतमंद लोगों के साथ भी साझा करना चाहिए। टीम की यह पहल न केवल ठंड से परेशान लोगों को राहत पहुंचाती है, बल्कि समाज में भाईचारे और सहानुभूति का माहौल भी बनाती है।