सामाजिक कुरीति के विरुद्ध प्रेरणादायक कदम


स्व. मथुरालाल मीणा की स्मृति में मृत्युभोज की राशि विद्यालय विकास हेतु दान का निर्णय

सवाई माधोपुर 6 मई। सामाजिक सुधार की दिशा में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते हुए आटून कलां निवासी स्वर्गीय मथुरालाल मीणा की स्मृति में उनकी पत्नी राजबाई मीणा तथा उनके पुत्र भरतलाल एवं इंदरराज मीणा ने सामाजिक कुरीति ‘मृत्युभोज’ के विरुद्ध एक साहसिक निर्णय लिया है। उन्होंने मृत्युभोज पर व्यर्थ खर्च करने के स्थान पर पाँच लाख रुपये की राशि ग्रामवासियों की उपस्थिति में ग्राम के राजकीय विद्यालय के भौतिक विकास हेतु दान करने का संकल्प लिया।
एडीपीसी समग्र शिक्षा दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि यह प्रेरक पहल जिला कलक्टर शुभम चौधरी के मार्गदर्शन में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित भविष्य की उड़ान अभिनव कार्यक्रम से प्रभावित होकर की गई। “भविष्य की उड़ान” का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, सुधार और जनसहभागिता के माध्यम से विद्यालयों को भौतिक रूप से सशक्त बनाना है। यह दान न केवल इस अभियान को गति प्रदान करेगा, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और जिम्मेदारी का नया दृष्टिकोण भी प्रस्तुत करेगा।
स्वर्गीय मथुरालाल मीणा के परिजनों का यह निर्णय एक सामाजिक बदलाव की शुरुआत है क्योंकि मृत्यभोज जैसी कुरितियां समाज में दिखावे और आर्थिक बोझ का कारण बन चुकी हैं। ऐसे में इस कुरीति को त्याग कर शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में सहयोग करना वास्तव में मृत आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि है।
कार्यक्रम अधिकारी समग्र शिक्षा हेमराज मीना ने बताया कि विद्यालय को दान की गई 5 लाख रुपए की राशि को विद्यालय द्वारा यदि मुख्यमंत्री जन सहभागिता विद्यालय विकास योजनान्तर्गत जमा किया जाता है तो विद्यालय को राज्य सरकार से 60 प्रतिशत अतिरिक्त अंशदान के रूप में 7 लाख 50 हजार सहित कुल 12 लाख 50 हजार की राशि विद्यालय को प्राप्त होगी जिससे विद्यालय का भौतिक एवं शैक्षिक संसाधनों की व्यवस्था की की जा सकेगी। इससे विद्यालय में अध्ययनरत सैकड़ों विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा वातावरण प्राप्त होगा।
ग्रामवासियों एवं गांव के प्रबुद्ध नागरिकों ने स्वर्गीय मथुरालाल परिजनों के इस निर्णय की खूब प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कार्य आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और मृत्युभोज जैसी कुरीतियों पर पुनः विचार का अवसर प्रदान करेगा तथा समाज को एक नई दिशा देता है।
अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा दिनेश कुमार गुप्ता ने विद्यालय स्टाफ के साथ स्वर्गीय मथुरालाल मीणा के घर जाकर उनके परिजनों द्वारा इस अनुकरणीय संकल्प के लिए भामाशाह के रूप में उनकी पत्नी एवं परिजनों का माल्यार्पण कर सम्मान किया। उन्होंने परिजनों के इस निर्णय को एक सामाजिक क्रांति की संज्ञा देते हुए कहा कि यह पहल पूरे समाज को जागरूक करने वाला सशक्त संदेश है।
अवसर पर संस्था प्रधान अनीता जैन, सुबोध कुमार जैन, चेतराम मीना, कृष्णगोपाल महावर, अशोक महावर, प्रेमलता मीना, अमिता सिंह अभिभावक शिक्षक समन्वयक सी एल रांवल, अनेक ग्रामवासी आदि उपस्थित रहे।

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