लक्ष्य पूरा नहीं होने पर बीसीएमओ की जिम्मेदारी होगी तय
अब लाभार्थी स्वयं भी कर सकते हैं ई-केवाईसी एवं कार्ड डाउनलोड
भरतपुर, 23 दिसम्बर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लक्ष्मण सिंह एवं डॉ मानसिंह सीएमएचओ डीग ने आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड की ई-केवाईसी की प्रगति की समीक्षा करते हुए इस कार्य को 20 जनवरी, 2024 तक पूरा करने के निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि ई-केवाईसी के कार्य को गंभीरता से लेते हुए सभी को दैनिक लक्ष्य आवंटित कर मॉनीटरिंग की जाए एवं खराब प्रदर्शन करने वाले खंडों में खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने आमजन को इस संबंध में भी जागरूक करने के निर्देश दिए कि लाभार्थी स्वयं अपने मोबाइल के माध्यम से ई-केवाईसी कर आयुष्मान कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं अथवा अपने क्षेत्र की एएनएम, सीएचओ एवं आशा सहयोगिनी से सम्पर्क कर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बने यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसे ध्यान में रखते हुए इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि ग्राम स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में गैर संचारी रोगों की जांच, टीबी की स्क्रीनिंग सहित कल्याणकारी योजनाओं से वंचित लोगों को जोड़ा जा रहा है। इसी के तहत इन शिविरों में आयुष्मान कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है साथ ही सभी को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर घर जाकर इ-केवाईसी करना सुनिश्चित करें। इस कार्य को मिशन मोड़ पर लेते हुए सभी पात्र लोगों को योजना से जोड़ना सुनिश्चित करें।
आयुष्मान भारत योजना में कौन होंगे पात्र
डॉ. लक्ष्मण सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना सभी भारतीयों के लिए नहीं है। इसके लिए सरकार ने कुछ पात्रता मापदंड तय किए हैं। योजना के तहत में वर्ष 2011 की सामाजिक, आर्थिक जाति जनगणना में चिन्हित शहरी व ग्रामीण नागरिकों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए पंजीकरण करवाने पर नागरिकों को सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड जारी किया जाएगा। आयुष्मान कार्ड के जरिए लाभार्थी योजना के तहत पंजीकृत सरकारी व निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज करवा सकता है।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि पहले गूगल प्ले स्टोर से पीएमजेएवाय एप डाउनलोड करना होगा। फिर पीएमजेएवाय एप के माध्यम से लाभार्थी द्वारा स्वयं या आशा, एएनएम, सीएचओ एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पोर्टल या एप पर लॉगिन करके अपने आधार कार्ड को सत्यापित करके ई-केवाईसी कार्य किया जा सकता है। जिसमें सत्यापन के बाद ऑनलाइन कार्ड ऐप से डाउनलोड किया जा सकता है। यह कार्ड लाभार्थी को राजकीय एवं निजी अस्पताल में निरूशुल्क इलाज लेने में सहायता करेगा।
आयुष्मान कार्ड के स्वास्थ्य लाभ
प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपए तक का निशुल्क उपचार का लाभ मिलेगा। योजना में पंजीकृत परिवार को देशभर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त ईलाज की सुविधा रहेगी। भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांचें, भर्ती के दौरान उपचार व भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बात तक का चेकअप व दवाएं निशुल्क उपलब्ध रहेंगी।
इस अवसर पर सीएमएचओ भरतपुर एवं डीग, आरसीएचओ भरतपुर एवं डीग, डीटीओ, समस्त सीएचसी एवं पीएचसी एवं यूपीएचसी इंचार्ज, जिला कार्यक्रम समन्वयक आईईसी एवं आशा, खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, खण्ड आशा समन्वयक मौजूद थे।