सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 को लेकर तैयार की रणनीती
ग्यारह जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए चलेगा अभियान
सवाई माधोपुर 27 जुलाई। सघन मिशन इंद्रधनुष 2023 के सफल संचालन के जिला स्तरीय टास्क फोर्स (टीकाकरण) की बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 5.0 अगस्त माह से संचालित होगा। अभियान के अंतर्गत जिले में टीकाकरण से वंचित व छूटे हुए 0 से 5 साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बैठक में उपस्थित टास्क फोर्स को अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह अभियान पूरे देश में आयोजित किया जा रहा है। कोरोना काल में 0 से 5 साल तक के बच्चे टीकाकरण से छूट गए थे इस कारण टीकाकरण का कवरेज बहुत अधिक घट गया है। इसे बढ़ाने के लिए इस अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 5.0 के तहत चिकित्सा विभाग की टास्क फोर्स की टीम द्वारा हजारों रूपयों में मिलने वाले टीकों को 0 से 5 साल तक के बच्चों को निःशुल्क लगाकर टी.बी. (क्षय रोग), पोलियों, रोटावायरस डायरिया, गलघोंटू, काली खांसी, टिटनेस, हेपेटाइटिस बी (पीलिया), एच इन्फ्लुएंजी (निमोनिया दिमागी बुखार), खसरा, रूबैला एवं निमोनिया (स्ट्रेप्टोकोकल) जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकेगा।
बैठक में शिक्षा विभाग के माध्यम से सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान सभी विद्यार्थियों को अभियान के बारे में जानकारी प्रदान करने की बात कहीं। उन्होंने अभियान के आमजन को अभियान के बारे में जागरूक करने के लिए प्रभात फेरी का आयोजन करने की बात भी कहीं। वहीं अल्पसंख्यक विभाग को मदरसों व मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों के माध्यम से आमजन को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने को कहा। इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं के माध्यम से हेडकाउंट करने में सहयोग करने, प्रचार प्रसार करने, आमजन को सत्र में टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करने, नगर परिषद को कचरा संग्रहण करने वाले वाहनों में टीकाकरण करने संबंधी जानकारी प्रसारित करने के लिए जिम्मेदारी दी गई।
अभियान में टीकाकरण करने के लिए बच्चों व गर्भवती महिलाओं का हैड काउंट सर्वे करवा कर उन्हें चिन्हित किया जाएगा। अभियान के तहत टीकाकृत किए गए बच्चों और गर्भवती महिलाओं के कवरेज की एंट्री यूविन सॉफ्टवेयर में की जाएगी। अब सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही प्रदेश के लाभार्थी गर्भवती महिला व बच्चों को टीके देश में कहीं भी लगाए जा सकेंगे और उनकी एंट्री यूविन सॉफ्टवेयर में हो सकेगी।
यूविन पोर्टल को कोविन पोर्टल की तर्ज पर बनाया गया है, पोर्टल के जरिए अब जच्चा बच्चा को लगने वाले टीकों के टीकाकरण कार्ड को अब संभालकर रखने की आवश्कता नहीं रहेगी। अब टीकाकरण कहां, कब लगा और अगला टीका कब लगना है जैसी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों का रिकॉर्ड न केवल चिकित्सा विभाग के पास उपलब्ध रहेगी बल्कि लाभार्थी के स्वयं के मोबाइल पर भी उपलब्ध होगी। इसके साथ ही अलर्ट मैसेज भी आऐंगे। लाभार्थी को लगाए गए टीकों का प्रमाण पत्र कम्प्यूटर के जरिए ऑनलाइन निकाला जा सकेगा।
अभियान तीन चरणों में होगा आयोजित:- मिशन इंद्रघनुष अभियान तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा। प्रथम चरण 7 अगस्त से 12 अगस्त तक, द्वितीय चरण 11 से 16 सितंबर तक और तृतीय चरण 09 से 14 अक्टूबर 2023 तक आयोजित किया जाएगा।
पांच साल में सात बार लगते हैं टीके:- बच्चों को नियमित टीकाकरण के जरिए पांच साल में बीसीजी, हेपेटाइटिस, डिप्थीरिया, पोलियो जैसे टीके सात बार लगाए जाते हैं। बच्चे के जन्म के समय, डेढ माह पर, ढाई माह पर, साढे तीन माह पर, 9 माह पर, डेढ साल पर व 5 साल पर टीके लगाए जाते हैं। इन टीकों से वंचित बच्चों को टीकाकृत करने के लिए अभियान का आयोजन कया जा रहा है।
बैठक में जिला कार्यकारी अधिकारी, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग प्रतिनिधि, अल्पसंख्यक विभाग प्रतिनिधि, जिला शिक्षा अधिकारी, अतिरिक्क्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैलाश सोनी, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रुकमकेश मीना, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुधींद्र शर्मा, एसएमओ डब्ल्यूएचओ डॉ. राजेश जैन, जिला आशा समन्वयक विमलेश शर्मा, जिला आईईसी समन्वयक प्रियंका दीक्षित मौजूद रहे।