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जयशंकर टाईगर क्लब ने विश्व विख्यात भागवत भास्कर कृष्ण चंद्र शास्त्री का किया सम्मान

जयशंकर टाईगर क्लब ने विश्व विख्यात भागवत भास्कर कृष्ण चंद्र शास्त्री का किया सम्मान

मार्शल आर्ट से एकाग्रता, भाईचारा एवं राष्ट्रीयता जागृत होती है – कृष्ण चंद्र शास्त्री

नदबई|कुम्हेर रोड स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल के निर्देशक सतीश चंद्र शर्मा के मार्गदर्शन में विश्व विख्यात भागवत भास्कर कृष्ण चंद्र शास्त्री के सानिध्य में जयशंकर टाईगर जूडो कराटे क्लब के लिटिल मास्टर ऐश्वर्य शर्मा एवं राम्या शर्मा को साउथ कोरिया से प्राप्त ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट व प्रमाण पत्र प्राप्त करने पर सम्मानित किया।

टाईगर क्लब के इन दोनों खिलाड़ियों ने भागवत भास्कर कृष्ण चंद्र शास्त्री के सम्मुख अपने मार्शल आर्ट के कर्त्तव्य दिखाएं जिसे देखकर भारत के प्रसिद्ध राम कथा और भागवत कथा वाचक शास्त्री, नदबई टैगोर पब्लिक स्कूल के निर्देशक सतीश चंद्र शर्मा,चवन दास खेड़ली,लड्डू हनुमान जी मंदिर के महंत देवकीनंदन शास्त्री,वरिष्ठ पत्रकार पीडी शर्मा,अमित पंडित बहरामदा एवं उपस्थित सभी अतिथि अत्यंत प्रभावित हुए,उन्होंने इन खिलाड़ियों को विलक्षण प्रतिभा का धनी बताते हुए शुभकामनाएं व बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

कार्यक्रम के दौरान टाईगर क्लब की अध्यक्ष प्रतिभा शर्मा,अन्नपूर्णा रसोई के निर्देशक विष्णु दत्त शर्मा,सचिव पीयूष जयशंकर टाईगर,भरतपुर ताइक्वांडो सघं सचिव दीप्ति शर्मा ने भागवत भास्कर श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री का पटका, गुलदस्ता एवं टाईगर क्लब का प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

टैगोर पब्लिक स्कूल नदबई के निर्देशक सतीश चंद्र शर्मा ने बताया कि भारत के प्रसिद्ध भागवत भास्कर श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री का जीवन भगवान की सेवा और आध्यात्मिक ज्ञान के प्रसार के लिए समर्पित है। शास्त्री की राम कथा और भागवत कथा ने अनगिनत लोगों को धर्म, सत्य और प्रेम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। उनका जीवन एक प्रेरणादायक यात्रा है, जो यह सिखाती है की सच्ची भक्ति और ज्ञान के माध्यम से हम अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सकते हैं।

भागवत भास्कर श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्रीमद् भागवत हमें जीने की कला सिखाती है। भागवत कथा का श्रवण करने का मौका उनको ही मिलता है, जिस पर भगवान श्री कृष्ण की कृपा होती है। शास्त्री ने कहा कि हमारे समाज में बेटियां देवी भी हैं और दुर्गा भी उन्हें दोनों ही रूपों को बनाकर रखना चाहिए, क्योंकि वह सक्षम और ताकतवर हैं उनमें आत्मरक्षा के गुण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि खेल अच्छे स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी मजबूती प्रदान करते हैं तथा आपसी भाईचारे को बढ़ावा देते हैं।

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित अतिथियों एवं संतों का टैगोर पब्लिक स्कूल के निर्देशक सतीश चंद्र शर्मा ने आभार व्यक्त किया।


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