लोकसभा चुनाव में 3 सीटों पर भाजपा को हराने के लिए जाटों ने शुरू किया ‘ऑपरेशन गंगाजल’

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बुधवार को भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक हुई, जिसमें कई विधानसभाओं से जाट समाज के पंच पटेलों ने भाग लिया

भरतपुर- देश में लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा हो चुकी है, लेकिन आरक्षण नहीं मिलने से नाराज भरतपुर-धौलपुर के जाटों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरकार पर आरक्षण के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाकर जाट समाज ने भाजपा को हराने के लिए ‘ऑपेरशन गंगाजल’ शुरू किया है।

बुधवार को भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक हुई, जिसमें कई विधानसभाओं से जाट समाज के पंच पटेलों ने भाग लिया। इस दौरान जाट समाज ने भाजपा को लोकसभा चुनाव में हराने का निर्णय ले लिया। इसके लिए जाट समाज ने 300 सदस्यों की कमेटी जिला स्तर पर और हर पंचायत मुख्यालय पर 11 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है। ये कमेटी दिन रात घर-घर और हर गांव-गांव जाकर भाजपा को हराने के लिए काम करेगी।

क्या है ऑपरेशन गंगाजल…?

जाट आरक्षण संघर्ष समिति जाटों के सभी गांव में और हर घर तक जाएगी। सभी लोगों को गंगाजल हाथ में लेकर कसम खिलाई जाएगी कि भाजपा सरकार ने भरतपुर-धौलपुर जिलों के जाटों को केंद्र आरक्षण नहीं दिया। दिया तो केवल धोखा। इसलिए भाजपा को हराने के लिए वोट करें।

50 हजार बड़े पोस्टर तैयार

इसके लिए करीब 50,000 बड़े पोस्टर भी प्रिंट कराए गए हैं, जिसमें लिखा है कि आरक्षण के नाम पर जाटों को भाजपा से मिला है धोखा। इस बार वोट की चोट से भाजपा को हराना है। भरतपुर जिले से दो जाट भाजपा विधायक हैं, जिनको मंत्री नहीं बनाया गया। राजस्थान में तबादलों के नाम पर जाट अधिकारियों पर भाजपा सरकार निशाना बना रही है। हरियाणा में जाटों पर भाजपा सरकार ने गोलियां बरसाईं, किसानों पर भाजपा सरकार में अत्याचार हो रहा है।

3 लोकसभा सीट पर BJP को हराने की तैयारी

भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने बताया कि आज लोकसभा सीट के जाट समाज के पंच पटेलों की बैठक आयोजित हुई है। केंद्र में जाट आरक्षण की मांग के लिए हमने 40 दिनों तक आंदोलन किया था, लेकिन सरकार ने हमको धोखा दिया। भरतपुर लोकसभा की सभी आठ विधानसभा सीटों से जाट समाज के पंच पटेलों को बुलाया गया. इसके अलावा सभी जातियों के पंच पटेलों को भी बुलाया गया। ना केबल भरतपुर लोकसभा सीट बल्कि करौली-धौलपुर लोकसभा सीट के अलावा अलवर सीट पर भी भाजपा के खिलाफ अभियान चलेगा, जिससे तीन लोकसभा सीटों पर भाजपा को हराया जा सके।

गौरतलब है कि भरतपुर-धौलपुर जिलों के जाटों को केंद्र की ओबीसी में आरक्षण की मांग के लिए 40 दिनों तक आंदोलन चला था,लेकिन मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की कमेटी द्वारा आश्वासन के बाद आंदोलन को स्थगित किया गया। आचार संहिता लग गई, लेकिन आरक्षण का नोटिफिकेशन नहीं हुआ। इसलिए जाट समाज ने जो कसम खाई है कि आरक्षण नहीं मिला तो भाजपा को चुनाव हराएगें।


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