जीवन को भी आनंद देने वाला मेला बनाएं झमेला नहीं:- श्री हरि चैतन्य महाप्रभु
डीग 13 सितंबर :- विश्व प्रसिद्ध संत श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री श्री 1008 स्वामी हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने आज नेहरू पार्क में नगर पालिका द्वारा आयोजित श्री जवाहर प्रदर्शनी एवं ब्रज यात्रा मेले में ध्वजारोहण कर के मुख्य अतिथि के रूप में विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मेले समृद्ध संस्कृतिक विरासत व भारतीय लोक संस्कृति के प्रतीक हैं । मेला मिलाप शब्द का पर्याय है। जहां हम आपस में प्रेम,एकता, सद्भाव व सौहार्द पूर्ण वातावरण में बिना किसी भेदभाव के मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि मेले में जाकर आनंद आता है लेकिन यदि मेले में ठीक से चलना, बोलना व व्यवहार करना ना आए तो मेला कब झमेला बन जाता है पता भी नहीं चलता। अधिकांशतः लोगों का जीवन भी आनंद देने वाला मेला ना होकर झमेला ही बना हुआ है।
डीग मेले का नौंवी बार उद्घाटन करके इतिहास रचने वाले स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने पहली बार के उद्घाटन का अनुभव बताते हुए कहा कि सभी ने प्रार्थना की कि इस पट्ट मेले का उद्घाटन ना करें लेकिन प्रभु नाम लेकर जब हम कोई भी कार्य करते हैं तो कदम कदम पर रक्षा करने वाले हमारे परमात्मा श्री हरि हमारे साथ होते हैं तो भय कैसा ?
इससे पूर्व 129 वर्ष पुराने इस ऐतिहासिक मेले के बारे में एक भय उद्घाटन करता के मन में व्याप्त रहता था व यह इतिहास सर्वविदित है कि जिसने भी इस का उद्घाटन किया उसका पद छिना,प्रतिष्ठा छिनी या जीवन ही छिना। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, चौधरी चरण सिंह, मुरारी देसाई, हरियाणा के मंत्री राव बिरेंदर सिंह, मुख्यमंत्री हरियाणा भजनलाल इत्यादि लोगों का भी सब कुछ पट्ट हो गया था। इसलिए कोई भी नेता, अभिनेता या प्रसिद्ध संत यहां आने में घबराते थे। स्वामी रामदेव ने भी स्वीकृति देकर बाद में पता चलने पर डर कर मना कर दिया था। स्वामी हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने पट्ट का पटाक्षेप करके आठ बार उद्घाटन करके इतिहास रचा है। उन्हें राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार उद्घाटन के बाद ही प्राप्त हुए तथा 100 देशों की यात्रा कर चुके श्री महाराज जी ने विश्व धर्म संसद व यूनिवर्सल पीस कॉन्फ्रेंस में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया जिसमें 102 देशों के प्रतिनिधि अनेक राष्ट्राध्यक्ष, राजदूत, विभिन्न धर्मों के प्रमुख व एक लाख से अधिक लोग सियोल ओलंपिक स्टेडियम में सम्मिलित हुए। उद्घाटन के बाद ही सभी सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि मैंने प्रभु व सद्गुरु के पद कमल पकड़ने के अलावा कोई पद स्वीकार नहीं किया व ना ही कोई व्यवसायिकता आने दी तो पट्ट क्या होना प्रभु पर विश्वास रखें।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों के साथ साथ एसडीएम रवि कुमार, नगर पालिका अध्यक्ष निरंजन लाल टकसालिया,नगर परिषद उपाध्यक्ष एवं विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों, डीग के पत्रकारों व अन्य अनेक गणमान्य लोगों ने महाराज जी का भव्य स्वागत किया । श्री महाराज जी कर्नल हरि सिंह जी स्मारक व निवास तथा श्री लक्ष्मण जी मंदिर पर भी पधारे । जहां श्री महाराज जी का मंहत जी पुजारियों ने श्री महाराज जी का स्वागत किया ।