झूमर बावड़ी अब दुल्हन की तरह तैयार: आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड होटल कैसल झूमर बावड़ी जीर्णोद्वार का आरटीडीसी अध्यक्ष ने किया लोकार्पण

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झूमर बावड़ी अब दुल्हन की तरह तैयार: आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड होटल कैसल झूमर बावड़ी जीर्णोद्वार का आरटीडीसी अध्यक्ष ने किया लोकार्पण

सवाई माधोपुर, 21 जून। राजस्थान पर्यटन विकास निगम की रणथम्भौर स्थित होटल कैसल झूमर बावड़ी जीर्णोद्वार का बुधवार को राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने लोकार्पण किया। इसके पश्चात उन्होंने होटल कैसल झूमर बावड़ी का फीता काटकर उद्घाटन किया।
आरटीडीसी अध्यक्ष ने कहा कि आरटीडीसी के सुदृढ़ीकरण के साथ ही प्रदेश में पर्यटन के आधारभूत स्वरूप को विकसित करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए गए हैं। पर्यटन के क्षेत्र में नवाचारों के साथ नीतिगत फैसलों का प्रभावी क्रियान्वयन होने से पर्यटन विकास की बुनियाद मजबूत हुई है।
आरटीडीसी अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि आरटीडीसी प्रबन्धन द्वारा प्रदेश में पर्यटन की सुविधाओं का लगातार विस्तार करते हुए थल-जल-नभ में पर्यटकों के लिए विशेष पर्यटक सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के दौर में निजी होटल्स के समान स्तर के लिए आरटीडीसी की होटल इकाइयों के नवीनीकरण, जीणोद्धार के कार्य प्रगतिरत है। रणथम्भौर की होटल कैसल झूमर बावड़ी, नाथद्वारा की होटल गोकुल, पुष्कर की होटल सरोवर, जयपुर की होटल गणगौर, अजमेर की होटल खादिम, उदयपुर की होटल कजरी, माउन्टआबू की होटल शिखर, भरतपुर की होटल फॉरेस्ट लॉज, सरिस्का की होटल टाईगर डेन एवं अलवर की होटल लेक पैलेस सीलीसेढ सहित अन्य आरटीडीसी होटल नये स्वरूप में ढल रहे है। उन्होंने बताया कि उक्त आरटीडीसी की इकाईयों में 13.18 करोड़ रूपए की राशि से जीर्णाेद्वार एवं विकास कार्य करवाए जा रहे है।
श्री राठौड़ ने बताया कि निगम के सुदृढ़ीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए नीतिगत निर्णय किए गए है। कार्मिकों की सेवा का सम्मान करते हुए सातवां वेतन आयोग तथा आरजीएचएस का लाभ दिया गया है और साथ ही 30 वर्षो के बाद निगम के विभिन्न पदवर्गों में पदोन्नति, अनुकम्पात्मक नियुक्ति के फैसले लागू किए गए। बजट 2023-24 की घोषणा की अनुपालना में निगम के कार्मिकों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की है।
आरटीडीसी प्रबन्ध निदेशक विजयपाल सिंह ने बताया कि लगभग 200 साल पूर्व महाराजा माधोसिंह के समय जयपुर राजघराने के शिकारगाह के रूप में तैयार की गई आरटीडीसी की विरासत होटल कैसल झूमर बावड़ी अब विकास की पटरी पर दौड़ रही है। होटल कैसल झूमर बावड़ी के जीर्णाेद्वार, संरक्षण एवं विकास कार्य के लिए 102.55 लाख की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। जिसके माध्यम से कमरा का जीर्णोद्वार कार्य, स्वागत कक्ष, बाहरी साज सज्जा का कार्य, फर्श पर सफेद मार्बल, गार्डन में लाल पत्थर का कार्य एवं पर्यटकों की सुविधाओं के लिए कमरों में नवीन फर्नीचर, ए.सी., एलईडी टीवी एवं फ्रिज आदि लगवाने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
जीर्णोद्वार एवं विकास कार्यो की सराहना:- राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने होटल कैसल झूमर बावड़ी के जीर्णोद्वार एवं विकास कार्यो का निरीक्षण कर किए गए कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि झूमर बावड़ी अब दुल्हन की तरह तैयार है। राजस्थान के आरटीडीसी होटलों में होटल कैसल झूमर बावड़ी लोकेशन वाईज सबसे बेस्ट है। उन्होंने कहा कि होटल के झरोखों से प्राकृतिक सौन्दर्य व हरयाली के मनमोहक दृश्य देखने को मिल रहे हैं। यह रणथम्भौर में पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभएंगी। इस दौरान भोजन व्यवस्था तथा रसोई व्यवस्था की भी प्रशंसा की।
इस अवसर पर सवाई माधोपुर विधायक एवं मुख्यमंत्री सलाहकार दानिश अबरार, बामनवास विधायक इन्दिरा मीना, जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला, जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला, प्रशिक्षु अधिकारी सहायक कलक्टर यशार्थ शेखर, उप वन संरक्षक पर्यटन संदीप चौधरी, सहायक निदेशक मधुसूदन सिंह, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


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