ग्रामीण बोले मांझी में जुड़ने से शिक्षा राशन पानी की व्यवस्था होगी प्रभावित
नदबई|गांव खेड़ियाजगा को ग्राम पंचायत गांगरौली में ही रखने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम गंगाधर मीणा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने आग्रह किया कि, उनके गाँव को पहले की तरह ग्राम पंचायत गांगरौली में ही रखा जाए, क्योंकि उनकी अधिकांश सुविधाएँ इसी पंचायत से जुड़ी हुई हैं।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि, गांव खेड़ियाजगा से गांव मांझी की दूरी लगभग 4 किलोमीटर है, जबकि गांगरौली पंचायत मात्र 800 मीटर की दूरी पर स्थित है। इतना ही नहीं, मांझी जाने के लिए केवल कच्चा मार्ग उपलब्ध है, जो झाड़ियों और बबूल के पेड़ों से घिरा हुआ है, जिससे आवागमन में काफी परेशानी होती है। इसके विपरीत, गांगरौली पंचायत से खेड़ियाजगा के बीच पक्की डामर रोड है, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में कोई कठिनाई नहीं होती।
ग्रामीणों ने बताया कि, उनके गाँव के सभी बच्चे गांगरौली में स्थित विद्यालयों में पढ़ाई करते हैं। यदि गांव को मांझी में शामिल किया जाता है, तो बच्चों को स्कूल जाने में अतिरिक्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। वहीं, सरकार द्वारा मिलने वाला गेहूं भी गांगरौली पंचायत से ही मिलता है, जिससे ग्रामीणों को राशन प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं होती। गांव खेड़ियाजगा में पानी की पाइपलाइन भी ग्राम पंचायत गांगरौली के माध्यम से बिछाई गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि, यदि उनके गाँव को मांझी में जोड़ा जाता है, तो पानी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है, जिससे उन्हें पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है।इस मौके पर करन सिंह, साहब सिंह, बलराम, रूपसिंह, राजेंद्र, काशीराम, मोरध्वज सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।