कुलदीप जघीना हत्याकांड : परिजनों का आरोप, हत्यारों के घरों में मनाया जा रहा जश्न, की जा रही हवाई फायरिंग
गैंगस्टर कुलदीप जघीना के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा
भरतपुर- बुधवार के दिन हुई गैंगस्टर कुलदीप जघीना की हत्या के बाद गुरुवार दोपहर को पोस्टमार्टम की कार्यवाही कर शव परिजनों को सौंप दिया। वही आपको बता दे जयपुर पुलिस की टीम गैंगस्टर कुलदीप सिंह जघीना और साथी विजयपाल को सरकारी बस से भरतपुर ला रही थी। भरतपुर के अमोली टोल प्लाजा के पास 8 से 10 बदमाशों ने जघीना पर फायरिंग कर दी। बदमाशों ने एक दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग की।इस दौरान गोली लगने से जघीना की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस की टीम ने गैंगस्टर जघीना के शव को अस्पताल पहुंचाया। जंहा गुरुवार को मजिस्ट्रेट की निगरानी के साथ भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौप दिया। वही घायल विजयपाल को देर शाम प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर एसएमएस अस्पताल रैफर कर दिया था। वही इस घटना को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने पकड़ कर सुरक्षा की दृष्टि से धौलपुर शिफ्ट किया गया है।
बदमाशों ने बस के अंदर बाहर से की थी फायरिंग
दूसरी तरफ इस हत्याकांड के बाद कुलदीप और विजयपाल को ला रही टीम के इंचार्ज हेड कांस्टेबल शंकर लाल ने हलैना थाने में मामला दर्ज करवाते हुए बताया है की, पुलिस लाइन शहर आयुक्तालय जयपुर शहर से मुजरिम कुलदीप और विजयपाल की भरतपुर कोर्ट में पेशी के लिए ड्यूटी लगी थी। उनके साथ जाब्ते में 6 पुलिसकर्मी सुरेंद्र कुमार, जितेंद्र राठी, महेंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, नेमीचंद पुलिस लाइन से रवाना होकर केंद्रीय कारागार पहुंचे। जहां से कुलदीप और विजयपाल को वारंट के साथ अपने कब्जे में ले लिया। मुजरिम कुंवरजीत का सिर्फ जेल वारंट प्राप्त किया। केंद्रीय कारागार से रवाना होकर सभी सिंधी कैंप बस स्टैंड पर पहुंचे। सिंधी कैंप से सभी भरतपुर आने वाली रोडवेज में सवार होकर रवाना हो गए। अलग-अलग सीटों पर दो-दो जवानों के बीच एक-एक मुजरिमों को बैठाया गया। कमालपुरा बॉर्डर से भुसावर थाना पुलिस बस का एस्कॉर्ट करते हुए पीछे आ रही थी। सीमा ख़त्म होने के बाद हलैना थाना पुलिस बस को एस्कॉर्ट करने लगी। 11 बजकर 55 मिनट बस अमोली टोल प्लाजा पर रुकी। तभी 8 से 10 बदमाश अचानक बस के अंदर घुस आये। बस में आते ही बदमाशों ने जाब्ता और दोनों आरोपियों के ऊपर अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया। कुछ बदमाश बस के बाहर से भी फायरिंग कर रहे थे।
एस्कॉर्ट कर रहे पुलिसकर्मियों पर डाला था मिर्ची पाउडर
बदमाशों ने कुलदीप और विजयपाल के ऊपर जान से मारने की नियत से ताबतोड़ फायरिंग की, जिसमें कुलदीप और विजय पाल को गोलियां लगी। इस दौरान बस में बैठी सवारियों में भगदड़ मच गई। आमजन की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस जाब्ते ने बदमाशों के ऊपर फायरिंग नहीं की, बदमाश फायरिंग करते हुए बस से बाहर निकल गए। कुलदीप और विजयपाल बेहोश होकर बस में गिर गए। पुलिसकर्मी दोनों को बस से बाहर निकलने में व्यस्त हो गए। बदमाश बाइक और कार से भरतपुर की तरफ भाग गए। तुरंत हलैना थाने का जाब्ता मौके पर पहुंचा। हलैना थाने के पुलिसकर्मियों के वर्दी और शरीर पर लाल मिर्च का पाउडर पड़ा हुआ था। जिसके बाद कंट्रोल रूम को घटना की सूचना तुरंत एम्बुलेंस और पुलिस मौके पर पहुंची, और दोनों घायल आरोपियों को अस्पताल ले जाया गया।
एस्कॉर्ट कर रहे पुलिसकर्मियों पर डाला था मिर्ची स्प्रे
इस घटना के बाद सामने आया है की, जिस बस से कुलदीप और विजयपाल को कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा था, तब बदमशों ने कमालपुर बॉर्डर से बस का पीछा करना शुरू किया। बस के पीछे एक क्रेटा कार, एक बलेनो कार और तीन अपाचे बाइक थी, अपाचे बाइक दो-दो बदमाश बैठे थे। सभी बदमाश अपने-अपने वाहनों से बस का लगातार पीछा कर रहे थे। अमोली टोल प्लाजा से वारदात को अंजाम देने से पहले क्रेटा कार में बैठे बदमाशों ने एस्कॉर्ट को रोकने के लिए एस्कॉर्ट गाड़ी के आगे क्रेटा कार लगा दी, जैसे ही एस्कॉर्ट रुकी तभी उन्होंने पुलिसकर्मी की आंखों में मिर्ची स्प्रे डाल दिया। बाकी एक बलेनो और तीन अपाची बाइक बस का लगातार पीछा करती रही। जैसे ही अमोली टोल प्लाजा पर बस रुकी तो, बाइक सवार एक बदमाश बस के ड्राइवर के पास पहुंचा, बाकी 7 से 8 बदमाश बस में चढ़े और ताबतोड़ फायरिंग करते हुए कुलदीप को मौत के घाट उतार दिया।
हत्यारों के घर मनाया जा रहा जश्न
कुलदीप के परिजनों का कहना है की, कुलदीप की हत्या करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन वास्तविक स्थिति है की, वह चारों किराए के गुंडे थे। इस घटना में मुख्य आरोपी रविंद्र, पंकज, लोकि मालीपुरा अभी तक पुलिस ने उनके घर दबिश भी नहीं दी है। कृपाल का बेटा आदित्य सोशल मीडिया पर डाल रहा है की, हमने बदला ले लिया है। कल गांव में डीजे बजाया गया है। हवाई फायरिंग की गई है। जश्न मनाया जा रहा है। अब पुलिस से यही अनुरोध है की, जब सीसीटीवी में सभी बदमाशों की शिनाख्त हो गई है तो, पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। क्या भरतपुर पुलिस पर दबाव बना हुआ है।