नौगामा, बांसवाड़ा।अरुण जोशी। परम पूज्य पवित्रमति माताजी के सानिध्य में आज प्रातः वागड़ के बड़े बाबा आदिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान की शांति धारा अभिषेक किया गया। अभिषेक के पश्चात आदिनाथ भगवान की प्रतिमा को गजों बाजो के साथ शोभायात्रा निकाली गई जो चातुर्मास पंडाल स्थल पर लाकर गंधकुटी में विराज मानकर परम पूज्य पवित्र माताजी सुयश मति माताजी गरिमा मति माताजी करण मती माताजी रजतमति माताजी, उदित मति माताजी, गरिमा मति माताजी के सानिध्य में वाद्य यंत्रों के मधुर स्वर लहरों के साथ माताजी द्वारा उच्चारण के साथ अभिषेक शांति धारा करने का प्रथम सौभाग्य राजेश जैन, विकेश नानावटी, पंचोरी कमल केसरीमल के परिवार को प्राप्त हुआ । अभिषेक के पश्चात कुंडलपुर के बड़े बाबा के विधान के कलशो की स्थापना पंचोरी प्रियंका कपिल , तलाटी शर्मिला विपिन, नानावटी सुशीला विनोद द्वारा गई । दीप प्रज्वलित करने का सौभाग्य पंचोरी सुलोचना भरत द्वारा किया गया। उसके पश्चात गीतकार विजेंद्र नानावटी मधुर स्वर लहरों के साथ के साथ बारी-बारी से अर्घ्य चढ़ाए गए । अष्टाध्रव्य के थाल सजाकर महिलाएं नाचते गाते हुए गरबा नृत्य करते हुए अष्ट द्रव्य के थाल चढ़ाई। आर्यिका ने अपने मंगल प्रवचन में कहा कि आज चातुर्मास का अंतिम विधान है। इसमें बड़ोदिया नगर विहार माताजी दोनों माताजी का ऊर्जा समाहित है।चातुर्मास में आपने त्याग तप संयम साधना की है। और जो संस्कारों का बीजारोपण किया गया। उन्हें जीवन भर पालन करना है। यही गुरु का उपकार चुकाने का गुरु दक्षिणा का फल होगा।माताजी ने कहा कि अब कभी भी आयिका संघ का मंगल विहार कभी भी हो सकता है। आप सभी को शुभ मंगल आशीर्वाद है। माताजी द्वारा सुखोदय तीर्थ की वंदना की। उक्त जानकारी जैन समाज प्रवक्ता सुरेश चंद्र गांधी द्वारा दी गई।