प्लास्टिक समाज और गौवंश के लिए घातक, कपड़े के थैले अपनाने चाहिए, ताकि प्रकृति का संरक्षण हो- आचार्यश्री रामदयालजी
शाहपुरा जिला मुख्यालय पर पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जाजू परिवार भीलवाड़ा की ओर से पाॅलीथीन हटाओ, कपड़े के थेले अपनाओ अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान का उद्घाटन रामनिवास धाम में संप्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्यश्री रामदयालजी महाराज के द्वारा किया गया। इस पहल का उद्देश्य प्लास्टिक के उपयोग को कम करना और लोगों को कपड़े के थैले इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करना है।
अभियान का नेतृत्व पीपूल्स फार एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू के निर्देशन में किया गया। आचार्यश्री रामदयालजी महाराज ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को कपड़े के थैले बांटकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने प्लास्टिक मुक्त समाज के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जब समाज में किसी के द्वारा पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त करने का प्रयास करने वाले को अश्वमेघ यज्ञ के फल के बराबर पुण्य की प्राप्ति हो सकेगी।
आचार्यश्री ने अपने आशीर्वचन में कहा, प्लास्टिक का उपयोग न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि यह हमारे समाज और पशुओं के लिए भी घातक है। हमें इसे हटाकर कपड़े के थैले अपनाने चाहिए, ताकि हम अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें।
बाबूलाल जाजू ने कहा कि शाहपुरा और भीलवाड़ा जिले में पाॅलीथीन के सेवन से प्रतिदिन 20 पशुओं की मृत्यु हो रही है। प्रदेश में यह आंकड़ा 550 का है। उनकी संस्था का यह प्रमाणिक सर्वे है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है और इसे रोकने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना पड़ेगा। जाजू ने लोगों से अपील की कि वे प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद कर दें और कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें।
समारोह में बाबूलाल जाजू ने आचार्यश्री को इंडोर प्लांट तथा मोमेंटो भेंट कर स्वागत अभिनंदन किया। चार्तुमास आयोजक बालूराम सोमानी ने जाजू तथा जाजू परिवार के सदस्यों का दुपट्टा ओढ़ा कर स्वागत किया।
इस मौके पर जीव दया सेवा समिति के संयोजक अत्तू खां कायमखानी, चार्तुमास आयोजक बालूराम सोमानी, प्रेस क्लब अध्यक्ष चांदमल मूंदड़ा, उपाध्यक्ष रामप्रकाश काबरा, कोषाध्यक्ष सूर्य प्रकाश आर्य, महासचिव मूल चंद पेसवानी और रामस्नेही अनुरागी भी मौजूद थे। सभी ने इस अभियान की सराहना की और इसे सफल बनाने के लिए अपना समर्थन दिया।