भीलवाड़ा। पेसवानी। राजस्थान में बहुचर्चित एलडीसी भर्ती पेपर लीक मामले में एक और बड़ी कार्रवाई सामने आई है। भीलवाड़ा जिले में पुलिस ने गुलाबपुरा न्यायालय परिसर के बाहर से आरोपी रामलाल रोज को हिरासत में लिया। रामलाल रोज, जो कि न्यायालय में लिपिक पद पर कार्यरत था, इस मामले में वांछित अपराधियों में शामिल था।
गुलाबपुरा पुलिस ने जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव के निर्देश पर यह कार्रवाई की। प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजस्थान एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) द्वारा मामले की जांच की जा रही थी, और वांछित अपराधियों की सूची में रामलाल रोज का नाम भी शामिल था।
आरोपी रामलाल रोज, पिता तुलसाराम रोज, गुलाबपुरा न्यायालय में लिपिक के पद पर कार्यरत था और पेपर लीक प्रकरण में संदिग्ध गतिविधियों के कारण उस पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को एसओजी के सुपुर्द करने के लिए जोधपुर भेजा गया है ।
पेपर लीक मामला: राजस्थान में बड़ा भर्ती घोटाला
राजस्थान में सरकारी भर्तियों से जुड़े पेपर लीक मामले हाल के वर्षों में चर्चा का विषय रहे हैं। एलडीसी भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की जानकारी सामने आने के बाद एसओजी ने इस मामले की गहन जांच शुरू की थी। इस मामले में पहले भी कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और रामलाल रोज की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता माना जा रहा है।
न्यायालय परिसर में उपस्थिति दर्ज कर रहा था आरोपी
पुलिस के अनुसार, रामलाल रोज निलंबित होने के बावजूद न्यायालय में मुख्यालय पर नियमित रूप से उपस्थिति दर्ज कर रहा था। इसी दौरान, पुलिस को पुख्ता सूचना मिली कि वह न्यायालय परिसर में मौजूद है। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया।
पेपर लीक मामलों पर सरकार की सख्ती
राजस्थान सरकार पेपर लीक मामलों को लेकर बेहद सख्त रुख अपना रही है। मुख्यमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और इस प्रकार के भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्य में कई अन्य भर्ती परीक्षाओं में भी धांधली की शिकायतें मिल चुकी हैं, और सरकार ने ऐसे मामलों को रोकने के लिए नए नियम व कड़े प्रावधान लागू करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
रामलाल रोज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और एसओजी की टीम अब उससे गहन पूछताछ करेगी। माना जा रहा है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं और पेपर लीक गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं।