मतदान पर्व के दिन सनातन पर्व को कैसे मनाया जाएगा, तिथि को बदले चुनाव आयोग
सनातन पर्व देव उठनी एकादशी पर राजस्थान में मतदान
भीलवाड़ा|राजस्थान सहित 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान सोमवार को कर दिया गया है। राजस्थान में मतदान की तिथि को लेकर संतों में आक्रोश दिख रहा है। हिन्दूवादी संगठनों व संतों की ओर से चुनाव आयोग से अपील की है कि मतदान दिवस की तिथि को आगे पीछे बदला जाए।
हरि शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने सोमवार को चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेस के बाद संतों से विचार विमर्श कर कहा कि, राजस्थान में 23 नवंबर 2023 को मतदान के दिन सनातन पर्व देव उठनी एकादशी है। जहां एक ओर मतदान दिवस राष्ट्रीय हित में एक महान पर्व माना जाता है, वहीं देव उठनी एकादशी पर्व सनातन धर्म में बड़े पर्वों में से एक है। इस दिन अलग-अलग धार्मिक आयोजन व धार्मिक मेले, शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में शादियों का अबूझ मुहूर्त होने से काफी शादियां समारोह में ग्रामीण व शहरी आमजन काफी व्यस्त रहता है। धार्मिक स्थलों पर काफी बड़ी संख्या में आमजन पहुंचते है। विश्व विख्यात पुष्कर राज में मेले का आयोजन भी होता है। जिसमें काफी संख्या में आमजन मेले का आनंद उठाते है। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने राजस्थान में मतदान की तारीख बदलने की केन्द्रिय चुनाव आयोग से अपील की है।