श्री लोहागढ़ साहित्य समिति द्वारा काव्य गोष्ठी एवं कंबल वितरण
डीग। यहां मेला ग्राउंड के एक निजी मैरिज होम में वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल जी का बलिदान दिवस धूमधाम से मनाया गया एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि रमेश चंद बंसल आइल मिल वाले थे। अध्यक्षता जाट महासभा के अध्यक्ष हुकम सिंह चौटाला ने की। विशिष्ट अतिथियों में डॉ जितेंद्र सिंह,मोहन स्वरूप पाराशर, भगवान सहाय आढ़तिया , प्रताप सिंह चौधरी, महंत पंडित मुरारी लाल पाराशर, कैप्टन अशोक कुमार आदि थे।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां शारदे के चित्र पर पूजा अर्चना के बाद कवि चंद्रभान वर्मा चंद्र की सरस्वती वंदना से हुई। लोहागढ़ की आन बान शान एवं वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल जी के बारे में बाल कवयित्री सौम्या खंडेलवाल, श्रुति कुसुमाकर,धर्मेश चाहर, कुमारी वैष्णवी,उमेश पाराशर एवं कवि चंद्रभान चंद्र आदि ने जोरदार काव्य पाठ किया। इस अवसर पर संस्था की ओर से निर्धन एवं जरूरतमंद 151 परिवारों को गर्म कंबल वितरित किए गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि महाराजा सूरजमल इतिहास पुरुष थे। उन्होंने कभी जातिवाद में विश्वास नहीं किया सभी धर्मो के लोग एवं सातों कौमों को साथ लेकर उन्होंने दिल्ली पर चढ़ाई की और फतह हांसिल की।वास्तु कला के शौकीन सूरजमल ने किले महल आदि का निर्माण कराया।विश्व प्रसिद्ध जल महलों की नगरी डीग आज भी सैलानियों का प्रमुख पर्यटन केंद्र है। यहां के रंगीन फव्वारे सावन- भादों के महीने में मेले के अवसर पर अपनी अद्भुत छटा बखैरते हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन में बोलते हुए कहा-ये छोटे-छोटे बच्चे भविष्य में बड़े कवि बनेंगे इनका हौंसला बता रहा है कि ये कभी ऊंचाइयों को छुएंगे और डीग का नाम रोशन करेंगे। महाराजा सूरजमल की स्मृति में निर्धन एवं जरूरतमंद परिवारों को सर्दी के मौसम में कंबल वितरण की नई प्रथा शुरू की गई है जो कि अति प्रशंसनीय कार्य है।
इस अवसर पर झंडा सिंह एडवोकेट धर्मवीर सिंह, ओमप्रकाश लवानिया, मदनलाल अकाउंटेंट, विष्णु कुमार चौहान,सुखपाल चौहान, कुसुम यादव, भगवान देवी अध्यापिका, कृष्ण कुमार शर्मा उर्फ (पप्पू)आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे।