कुशलगढ़|2 अक्टूबर ब्लॉक का मुख्य नोडल विद्यालय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कुशलगढ़ में प्रधानाचार्य एवं मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रभारी भीमजी सुरावत की उपस्थिति में आयोजित हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ दोनों ही महामहिम महा पुरुष स्वतंत्रता सेनानी महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की फोटो पर माल्यार्पण तिलक लगाकर किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं विद्यालय प्रभारी, विद्यालय के समस्त स्टाफ छात्र संसद के सदस्य उपस्थित रहे। प्रभु लाल रावतने दोनों ही महा पुरुषों के जीवनी पर अपनी बात रखते हुए सभी छात्र-छात्राओं को इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया इनके जीवन में कई परिस्थितियों अभाव समस्याएं होते हुए भी संघर्ष जारी रखा और एक दिन देश को आजाद करा करके ही दम लिया ।ऐसी मिसाल पेश की हमें भी जीवन में छोटी-मोटी समस्याओं परिस्थितियों से लड़ते हुए अपना जीवन संवारना चाहिए इन महापुरुषों को अपने जीवन का आदर्श बनाएं। इस अवसर पर वाल सिंह कटारा ने उनके आदर्शों को सभी विद्यार्थी अपने जीवन में उतारें। मांगीलाल वसुनियाने महात्मा गांधी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए स्वच्छता का महत्व पर जोर देते हुए घर परिवार समाज में अच्छी आदतें डालनी चाहिए। यह विद्यार्थी जीवन का लक्ष्य होना चाहिए।इस अवसर विद्यालय प्रभारी लाल सिंह मईडाने जयंती उत्सव मनाने के उद्देश्य पर अपनी बात रखते हुए सभी विद्यार्थियों को अपने जीवन में इन महापुरुषों के आदर्शों को उनके व्यवहारों को उनके कार्य करने के तरीकों को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए तो ही हम आने वाले समय में परिवार के लिए समाज के लिए देश के लिए जरूर कुछ कर पाएंगे। विद्यालयों में जयंती उत्सव मनाना विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर होता है ताकि ऐसे महापुरुषों के जीवन के बारे में उनके सिद्धांतों के बारे में जाने समझे और उसको अपने जीवन में उतारें।संगीता नायक ने शास्त्री जी के जीवन की घटना सुनाते हुए बच्चों को जीवन में सादगी भरा जीवन जीने हेतु प्रेरित किया। प्रधानाचार्य एवं मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रभारी ने सभी बच्चों की सहभागिता पर प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में इस तरह के उत्सव जयंती कुछ ना कुछ सीखने,अपने आप को आगे लाने का अवसर प्रदान करते हैं। हम सबको इस तरह के आयोजन से जीवन में कुछ न कुछ प्रेरणा लेते हुए अपने घर परिवार समाज देश के लिए सबके हित के लिए,सबके विकास के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य करें ऐसी प्रेरणा लेनी चाहिए। मंजिल पाने के लिए परिस्थितियों कितनी ही बुरी क्यों ना हो इसका समाधान तोड़ कैसे निकालना है यह इन महापुरुषों की जीवनियों से सीखें।इस अवसर पर विद्यार्थियों ने भी महापुरुषों के जीवन से जुड़ी हुई घटनाएं आदर्श सिद्धांत गीत सबके सामने प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का संचालन अजय निगम ने किया।