बौंली, बामनवास। । विभिन्न महाविद्यालय में पढ़ने वाले आरक्षित वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में एक गिरोह बनाकर योजनाबध फर्जी तरीके से 65 लाख रुपए के गबन करने के मुख्य आरोपी देवराय नजूंनादिया नरेश निवासी डी 212 गौतम मार्ग निर्माण नगर जयपुर को सवाई माधोपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है इस आरोपी पर जिला पुलिस द्वारा ₹5हजार का इनाम घोषित किया हुआ था इस इस फर्जीवाडे गबन में एक महिला सहित 10 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। सवाई माधोपुर जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने बताया कि उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिक विभाग सवाई माधोपुर ने मानटाउन थाने पर एक रिपोर्ट दर्ज कर बताया था कि ज्योतिबा फुले विश्वविद्यालय अचरोल जयपुर द्वारा उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति के फार्म प्राप्त हुए थे वर्ष 2022-23 में एमजेएमएस स्कॉलरशिप पोर्टल पर फार्म प्राप्त हुए थे फार्म ई-मित्र कियोस्क के कंप्यूटर से एक से अधिक संख्या में क्रिएट किए गए व पोर्टल/ वेबसाइट के माध्यम से छात्रों की छात्रवृत्ति विभिन्न बैंक खातों में करीब 65 लाख रुपए स्वीकृत होकर जमा हो गई जिसमें 285 छात्रों के छात्रवृत्ति फार्म 42 बैंक खाते में से खोले गए दो से अधिक छात्रों के कमीन है। इस प्रकार किसी गिरोह ने सरकारी धन को धोखाधड़ी से योजनाबध तरीके से हड़प गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान में पाया कि आरोपी अजय गुर्जर, श्यामलाल माली, सुनील पंचोली, सुनील सैनी व ममता सैनी फीस की रसीद व अप्रूड प्रोसीड के लिए यूनिवर्सिटी में कार्यरत मुख्य आरोपी डीएन नरेश व मुकेश सैनी कंप्यूटर ऑपरेटर से सांठगांठ कर फीस रशीद लगाकर उसे छात्रवृत्ति भुगतान के अंतिम चरण में कार्यालय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सवाई माधोपुर के पोर्टल पर आती थी जिसमें विभाग में कार्यरत कर्मचारी ई-मित्र संचालक राजेंद्र वर्मा, अजहर व सूचना सहायक ऋषिकेश मीणा के माध्यम से छात्रों को छात्रवृत्ति का भुगतान करते थे। पूर्व में आरोपी अजय गुर्जर, श्यामलाल माली, मुकेश सैनी, ऋषिकेश मीणा, राजाराम, राजेंद्र, कंवर सिंह, सुनील सैनी, सुनील पंचोली, व ममता सैनी को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है एवं मुख्य आरोपी अब तक फरार चल रहा था जिसे अब गिरफ्तार किया गया है।