हस्तकला से स्वयं को बनाईये आत्मनिर्भर और दूसरो को भी दीजिए रोजगार – राजेंद्र प्रताप
प्रयागराज।जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्रयागराज में लोककला आधारित (वर्ली, गोंड, मधुबनी, कलमकारी आदि) कार्यशाला उप शिक्षा निदेशक/ प्राचार्य डायट राजेंद्र प्रताप जी के निर्देशन में निधि मिश्रा प्रवक्ता- कला के द्वारा में न्यू ऑडियोरियम हॉल में आयोजित किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ वरिष्ठ प्रवक्ता विपिन कुमार द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के उपरांत हुआ, प्रभारी वरिष्ठ प्रवक्ता तरन्नुम असदी तथा ममता यादव मौजूद रही। प्रवक्ता निधि मिश्रा द्वारा वरिष्ठ प्रवक्ता विपिन कुमार को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। इस दौरान सभी प्रशिक्षुओ ने टी- शर्ट पर अलग-अलग लोककला आधारित वर्ली, गोंड, मधुबनी, कलमकारी पेंटिंग चित्रकारी कर कार्यशाला में प्रस्तुत किए। प्राचार्य राजेंद्र प्रताप, वरिष्ठ प्रवक्ता विपिन कुमार, पेंटिंग कार्यशाला का निरीक्षण किए। प्रशिक्षुओं की प्रशंसा करते हुए उनके कार्यों की सराहना किए और अपने संबोधन में बताए की कला एक कौशल है, जिससे आप रोजगार की साधन के रूप में भी अपनी कला का प्रदर्शन कर सकते है, और दूसरो को रोजगार दे सकते है जो की वर्तमान सरकार भी युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ओर अग्रसर है। अंत में प्राचार्य, निधि मिश्रा के कार्यों की प्रशंसा करते हुए शुभकामनाएं दिए। इस दौरान कार्यशाला में प्रवक्ता डॉ. राजेश कुमार पांडेय, ऋचा राय, वर्तिका कुशवाहा, डॉ. अंबालिका मिश्रा, शबनम, विपिन कुमार डी.एन.एस. से गगन चंद्र गौतम, रोशन लाल शर्मा, प्रशिक्षु विपिन कुमार कुशवाहा समेत डी०एल०एड० 2022 बैच के समस्त प्रशिक्षु उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन संजय यादव किये।