मण्डलायुक्त ने तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली) का किया औचक निरीक्षण


प्रयागराज।मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने गुरूवार को तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली) का औचक निरीक्षण किया और वहां पर मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता एवं व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मण्डलायुक्त ने ओपीडी, रजिस्ट्रेशन काउंटर, रिपोर्ट काउंटर, पेमेंट काउन्टर, आपरेशन वार्ड व महिला सर्जिकल वार्ड, सेमीप्राइवेट वार्ड, पीआईसीयू, एमआरआई कक्ष, डिजिटल एक्स-रे कक्ष का निरीक्षण किया व अस्पताल परिसर में साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाओं को भी देखा। मण्डलायुक्त ने सर्वप्रथम मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 भावना शर्मा से कितने चिकित्सक आज उपस्थित है, की जानकारी लेते हुए उपस्थिति रजिस्टर को चेक किया। निरीक्षण के दौरान टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त करने के काउंटर व पेमेंट काउंटर पर लगी हुई अत्यधिक भीड़ को देखकर नाराजगी व्यक्त की और ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा एवं ऑनलाइन लैब टेस्ट रिपोर्ट क्यों नहीं प्राप्त हो रही है, पृक्छा पर सीएमएस के द्वारा बताया गया कि रिपोर्ट तैयार होने की सूचना मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से दी जाती है और ऑनलाइन टेस्ट रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की जा रही है, जिसपर मण्डलायुक्त ने बिल पेमेंट व लैब टेस्ट रिपोर्ट को प्राप्त करने की मोबाइल पर सुविधा प्रदान किए जाने हेतु ऑनलाइन सिस्टम बनाये जाने के लिए निर्देशित किया और काउंटर पर लैब टेस्ट व बिल पेमेंट ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है, की सूचना से सम्बंधित बोर्ड लगाये जाने के लिए कहा है।मण्डलायुक्त ने ओपीडी का निरीक्षण करते हुए देखा की ओपीडी कक्ष के बाहर मरीजों की भीड़ लगी हुई है और चिकित्सक कक्ष में कोई भी मरीज नहीं है, जिसपर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। चिकित्सक कक्ष के बाहर केवल चिकित्सक का नाम लिखे होने और उनके ओपीडी का समय व दिन नहीं लिखे जाने पर कहा कि ओपीडी में रोस्टर के अनुसार निर्धारित चिकित्सकों का नाम, उनके बैठने का समय व दिन अंकित किया हुआ बोर्ड लगाया जाये, जिससे मरीजों को स्पष्ट जानकारी हो सके और उन्हें भटकना न पड़े। उन्होंने ओपीडी रजिस्टर को देखते हुए आज देखे गये मरीजों की संख्या के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने वहां पर एक बंद पड़े ओपीडी कक्ष को खुलवाकर देखा और उसकी साफ-सफाई, रंगाई-पोताई कराकर उसका इस्तेमाल करने के लिए कहा है।मण्डलायुक्त ने पीआईसीयू वार्ड का निरीक्षण करते हुए वहां पर भर्ती बच्चों के बारे में उनके परिजनों से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य की स्थिति, ठीक से इलाज हो रहा है या नहीं, दवाईयां मिल रही है, साफ-सफाई हो रही है, बेड सीट प्रत्येक दिन समय से बदली जा रही है या नहीं, एसी व अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की, जिसपर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। मण्डलायुक्त से पीआईसीयू वार्ड के बाहर खड़े युवक के द्वारा दवाएं बाहर से मंगाए जाने की शिकायत की गयी, जिसपर उन्होंने लिखी गयी दवाओं का स्टॉक चेक कराये जाने एवं जनआरोग्य केन्द्र के संचालन के निर्देश दिए है। उन्होंने पीआईसीयू वार्ड के बाहर केवल एक ही डस्टबिन रखे जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस से तीन रंगो की डस्टबिन सेट लगाये जाने के लिए कहा।मण्डलायुक्त ने इसके उपरांत एमआरआई केन्द्र का निरीक्षण करते हुए प्रत्येक दिन कितने लोगो की एमआरआई की जाती है, एमआरआई की टाइमिंग क्या है, की जानकारी ली, जिसपर बताया गया कि प्रत्येक दिन सुबह 08 बजे से अपरान्ह 02 बजे तक एमआरआई की जाती है और एमआरआई मशीन के गर्म होने के कारण 08-10 लोगो की ही हो पा रही है, जिसपर उन्होंने बाकी चिकित्सालयों में प्रतिदिन एक मशीन से कितनी MRI होती है पता करने एवं तकनीकी समस्या को चेक करवाकर जल्द से जल्द ठीक कराये जाने के निर्देश दिए। उनके द्वारा एमआरआई रजिस्टर को देखते हुए आज की गयी एमआरआई के लिए कब समय नियत किया गया था, पूछे जाने पर स्टॉफ के द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। डिजिटल एक्सरे कक्ष के निरीक्षण के समय ज्ञात हुआ कि कल 134 लोगो का एक्सरे हुआ था, जिसमें से 04 लोग, जिनकी रिपोर्ट नार्मल नहीं थी, उन्हें रिपोर्ट फिल्म पर व बाकी लोगो को कागज पर प्रिंट करके दी गयी थी, जिसपर मण्डलायुक्त ने इस सम्बंध में विभागीय निर्देश को उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है।मण्डलायुक्त ने आपरेशन कक्ष पहुंचकर आपरेशन किए जाने हेतु किस प्रकार से नम्बर लगाया जा रहा है, की जानकारी लेते हुए 14 अप्रैल से खराब हुई सी-आर्म मशीन के अभी तक सही न किए जाने और इसकी वजह से मरीजों के आपरेशन में नहीं हो पाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने चिकित्सालय में मशीनों की मरम्मत की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेते हुए खराब मशीनों को समय से सही कराये जाने के निर्देश दिए है। मण्डलायुक्त ने इसके उपरांत चिकित्सालय परिसर में जमने से खराब हुई सीमेंट की बोरिया व मलवे को देखते हुए चिकित्सालय की व्यवस्थाओं पर असंतोष व्यक्त किया और सीएमएस से व्यवस्था में सुधार लाये जाने के निर्देश दिए है। मण्डलायुक्त ने गर्मी के मौसम को देखते हुए चिकित्सालय परिसर में आने वाले मरीजों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, छांव के लिए टीन शेड, बैठने के लिए कुर्सी, अस्पताल परिसर के शौचालयों की नियमित साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दूरूस्त बनाये रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. राकेश शर्मा व एनएचएम के मंडलीय नोडल प्रबंधक हरित सक्सेना को निर्देशित किया कि पूरे निरीक्षण की विधिवत रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराएं। इस अवसर पर डॉ0 आर0पी0 मिश्रा, डॉ0 शेखर सिंह सहित अन्य चिकित्सकगण उपस्थित रहे।

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