जल झूलनी एकादशी पर निकले अनेक ड़ोले
वजीरपुर, जलझूलनी एकादशी के अवसर पर कस्बे के विभिन्न मंदिरों में अनेकों धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन हुए। जिनमें श्रद्धालुओं ने श्रद्धाभाव से भाग लगाकर पूजा अर्चना की। महिलाओं व पुरूषों ने उपवास रखा। वजीरपुर के छीपी मोहल्ला स्थित राधा गोपाल जी के मंदिर व मुख्य बाजार में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर से घंटे घडियालों व शंखनाद और लड्डूगोपाल के जयकारों के साथ डोल यात्रा आरंभ हुई। जो कस्बे के विभिन्न गली मोहल्लों व बाजारों से होते हुए नगर भ्रमण कर शाला की के जलाशय पर पहुंचकर सम्पन्न हुई।वही सेवा गांव में आठ मंदिरों से ड़ोले निकाले। मुख्य मार्ग होते हुए,यज्ञशाला पहुंचे। जहां भगवान राधा गोपाल के बालरूप को गंगाजल से स्नान करवाकर उन्हें नया चोला धारण कराया गया व पूजा अर्चना की गई। इसके बाद लड्डूगोपाल जी को भजन कीर्तन गाते हुए उन्हें राधा गोपाल जी मंदिर ले जाकर विराजित किया गया। मंदिर के पुजारी देवेन्द्र कुमार भट्ट ने बताया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद जलझूलनी एकादशी के दिन बालरूप में डोले में विराजित लड्डू गोपाल जी नगर भ्रमण को निकलते है। जिन्हें नगर भ्रमण के प्श्चात स्नान व चोला परिवर्तन करवाकर पुनः मंदिर में स्थापित किया जाता है। डोल यात्रा का नगर भ्रमण के दौरान कस्बे के बाजारों में महिलाओं व अन्य श्रद्धालुओं ने जगह जगह अगुवानी व पूजा कर भोग प्रसाद चढाया और ढोक लगाकर सुख समृद्धि की कामनाऐं की।