भरतपुर, 13 फरवरी। ग्रामीण उद्यमिता कृषि विकास के तहत कृषि महाविद्यालय भुसावर पर विद्यार्थियों को गेंहॅू में कंडुआ रोग के बारे मे बताया गया।
महाविद्यालय के डीन डॉ. उदय भान सिंह ने बताया है कि गेंहॅू में बाली आना शुरू हो गया हैै। उन्होंने बताया कि भुसावर, वैर व भरतपुर क्षेत्र में भ्रमण करने पर पाया गया कि गेंहॅू की फसल में कंडुआ रोग का प्रकोप पनप रहा है। यह गेंहूॅ की फसल के लिये खतरनाक बीमारी है, इसमें बाली में दाने की जगह काला पाउडर बन जाता है तथा यह पाउडर हवा में उडकर स्वस्थ बालियों में चला जाता है तथा स्वस्थ बीज रोग के बीजाणु से संक्रमित हो जाता है और अगले वर्ष संक्रमित बीज बोने से फसल कंडुआ से ज्यादा प्रभावित होती है। उन्होंने बताया कि किसान भाई कंडुआ से ग्रसित बाली को प्लास्टिक की थैली में बन्द करके पौधे को उखाडकर जमीन में गाड दें तथा कंडुआ ग्रसित खेत में वीटावैक्स के 0.2 प्रतिशत घोल का छिडकाव करें। उन्हांेने बताया कि कंडुआ ग्रसित बीज को केप्टान या थाइरम दवा 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित कर बुबाई कर सकते हैं।