केंन्द्रिय नेतृत्व से पहुंचे प्रभारी को भी मेघवाल ने सुनायी खरी खरी
केंन्द्रिय नेतृत्व से पहुंचे प्रभारी को भी मेघवाल ने सुनायी खरी खरी
शाहपुरा के विधायक कैलाश मेघवाल भाजपा से टिकट कटने के बाद शनिवार को पहली बार शाहपुरा पहुचे। यहां मणियार कॉटेज में बैठक करके कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से विचार विमर्श कर चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने पर विचार किया। कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। 6 नवम्बर सोमवार को मेघवाल नामाकंन पेश करेगें। बैठक के दौरान वहां पर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी, पूर्व पालिका अध्यक्ष अनिल चोधरी, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रामलाल जाट, पूर्व महामंत्री रामप्रसाद चोधरी, भागचंद चाड़ा, सत्यनारायण मालू, हितेंद्र सिंह राणावत, सहित अन्य मौजूद रहे। केन्द्रिय नेतृत्व द्वारा शाहपुरा विस क्षेत्र के लिए लगाये गये भाजपा प्रभारी तथा यूपी के कासगंज के पूर्व विधायक ममतेश शाक्य ने विधायक कैलाश मेघवाल से कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में ही मुलाकात कर निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ने का अनुरोध किया। उन्होंने उनकी सेवाओं की सराहना करते हुए युवाओं का मार्गदर्शन करने को कहा। परंतु विधायक कैलाश मेघवाल ने अपने साथ हुए प्रताड़ना के कार्यो का विवेचन करते हुए प्रभारी को कहा कि पार्टी को इतना सींचने के बाद भी शाहपुरा विस क्षेत्र में प्रत्याशी चयन हाईकमान ने गलत कर दिया है। बाहर का व पार्टी विचारधारा का न होने से कार्यकर्ताओं को वो मायूस नहीं होने देगें तथा उनके दबाव में ही वो निर्दलीय चुनाव लड़ेगें। उन्होंने प्रभारी से कहा कि उनकी ओर से पार्टी हाईकमान को कह देना कि पिछली बार 75 हजार मतों के अंतर से जीता था, इस बार यह अंतर एक लाख का हो जायेगा।