प्रयागराज में पिछले एक सप्ताह से मौसम में आए बदलाव से गलन तेजी से बढ़ी है हालत यह है कि सुबह और शाम को लोग घरों से निकलने से बचने लगे हैं सड़क पर शाम होने के बाद से ही धीरे-धीरे सन्नाटा पसरना शुरू हो गया है लोग घरों में ही रहना उचित समझते हैं शुक्रवार को प्रयागराज में अधिकतम तापमान 26.6 और न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया लोगों के लिए अलावा बना सहारा रात में सड़क पर चलने वालों के लिए अलाव ही एक सहारा बना हुआ है कई इलाकों में लोग खुद ही लकड़ी खरीदकर अलाव जला रहे हैं वहीं नगर निगम की तरफ से भी शहर के विभिन्न इलाकों में अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है रात में सड़क से गुजरने वालों का यह अलाव सहारा बने हुए है जिससे वह थोड़ी सी राहत ले सकते हैं इसके अलावा भी घरों में रात में ब्लोवर और रूम हीटर का उपयोग शुरू होने लगा है दिन में निकलने वाली धूप लोगों को थोड़ा राहत जरूर देती है, लेकिन धूप से हटते ही ठंडी हवाओं का असर लोगों पर दिखने लगता है वहीं मौसम विज्ञानी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के पूर्व प्रोफेसर एचएन मिश्रा ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ी है आने वाले दिनों में गलन अधिक बढ़ेगी इस बार पिछले सालों के मुकाबले अधिक ठंड पड़ने की पूरी संभावना बनी हुई है लोगों को ठंड से अभी राहत मिलती नहीं दिख रही है इसके साथ ही कोहरा बढ़ने की भी पूरी संभावना बनी हुई है शहर में 43 स्थानों पर नगर निगम की तरफ से जल रहे अलाव शहर में ठंड बढ़ने के साथ ही नगर निगम की तरफ से कुल 43 स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है इसमें सिविल लाइंस के पत्थर गिरजाघर सिविल लाइंस बस स्टैंड सुभाष चौराहा पीडी टंडर पार्क रैन बसेरा के साथ ही शहर के अन्य स्थानों पर भी अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है इसके साथ ही निगम प्रशासन की तरफ से सड़क और फुटपाथ पर रहने वालों के लिए रैन बसेरे की शुरूआत कर दी गई है जहां बेसहारा लोग रात बीता सकते हैं महिलाओं के लिए अलग से पिंक रैन बसरे बनाए गए हैं
Prayagraj, Uttar Pradesh