हाई कोर्ट जस्टिस गणेश राम मीणा ने सूरौठ के बूढंदे बाबा मंदिर में की पूजा अर्चना, सर्व समाज के लोगों ने किया सम्मान
सूरौठ। राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर के जस्टिस गणेश राम मीणा ने शनिवार को सूरौठ कस्बे में पहुंच कर यहां आराध्य देव बूढंदे बाबा मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान सर्व समाज के लोगों ने जस्टिस मीणा का भव्य सम्मान किया। लोगों ने हाई कोर्ट जस्टिस मीणा को ज्ञापन सौंप कर सूरौठ तहसील मुख्यालय पर मुंशिफ कोर्ट खोलने की मांग की।
हाई कोर्ट जस्टिस गणेश राम मीणा शाम 4:30 बजे के करीब कस्बे में स्थित बूढंदे बाबा मंदिर परिसर पहुंचे। इस अवसर पर कस्बे के लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। जस्टिस मीणा ने बूढंदे बाबा की प्रतिमा के समक्ष ढोक लगा कर मनौती मांगी तथा पूजा अर्चना की। इस मौके पर डुम्मा पटेल, सेवानिवृत जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश मुद्गल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव देशराज मीणा, सूरौठ निवासी एसडीएम कुलराज मीणा, जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव विश्राम मीणा, हिंडौन देहात ब्लॉक कांग्रेस के प्रवक्ता प्रमोद तिवाड़ी, केदार मीणा, प्रेम राज बाबू, पूर्व सरपंच नादान मीणा, सुग्रीव मीणा, झमन मेंबर, जीएसएस अध्यक्ष प्रेम राज मीणा, प्रहलाद जांगिड़, किशन सोनी, लट्ठे मीणा, कांग्रेस के सूरौठ मंडल अध्यक्ष बत्तू मेंबर, तोता मीणा, सरदार मीणा, वेद प्रकाश शर्मा, प्रेम पटेल, बद्री मास्टर, संपत कटकरिया, राजू सैनी शास्त्री, रिंकू मीणा, राहुल मीणा, जय सिंह मीणा, श्री मोहन मीणा, धर्म सिंह मास्टर, भय सिंह मीणा, मंदिर के पुजारी हल्के मीणा, राजपाल सैनी, छुट्टन खान, राजेश वकील, श्री मोहन मीणा, हरि सिंह सूबेदार, बाबूलाल पटवारी, खिलाड़ी मीणा सहित सर्व समाज के लोगों ने जस्टिस मीणा का साफे व मालाएं पहनाकर सम्मान किया तथा आराध्य देव बूढंदे बाबा व सत्यमेव जयते का मूमेंटो भेंट किया। हाई कोर्ट जस्टिस मीणा के साथ जयपुर व हिंडौन बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर जस्टिस मीणा ने कहा कि बूढंदे बाबा की कृपा से ही इस पद पर पहुंचा हूं। जस्टिस मीणा ने लोगों से नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाने की अपील की तथा युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने की बात कही। लोगों ने जस्टिस मीणा को ज्ञापन सौंप कर अवगत कराया कि सूरौठ में मुंशिफ कोर्ट खोलने की मांग लंबे समय से की जा रही है। कस्बे में कोर्ट खोलने के लिए 2007 में राजस्थान हाई कोर्ट की ओर से सर्वे भी करवाया जा चुका है लेकिन अभी तक मुंशिफ कोर्ट की सोगात नहीं मिली है।