बची हुई छात्राओं को स्कूटी वितरण की मांग; छात्र नेता सीताराम गुर्जर के नेतृत्व में एसडीएम को सौंपा ज्ञापन


छात्राओं में आक्रोश, किया प्रदर्शन; स्कूटी प्रभारी को हटाने की मांग 

गंगापुर सिटी। पंकज शर्मा, 9 अप्रैल। छात्र नेता सीताराम गुर्जर के नेतृत्व में आज छात्राओं ने आक्रोश प्रदर्शन कर गंगापुर सिटी एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर स्कूटी प्रभारी प्रोफेसर धर्मवीर मीणा को हटाने की पुरजोर मांग की है। इनका कहना है कि स्कूटी प्रभारी छात्राओं को परेशान करना छोड़ें। बची हुई छात्राओं को एक दिन में ही स्कूटी वितरण किया जाए। इनका समय बचाया जाए ताकि ये अपनी परीक्षा ठीक से दे सके। देवनारायण योजना की स्कूटी की भी सभी स्कूटियां नहीं बंटी हैं। जबकि कहा गया कि सभी स्कूटियां बांट दी गई हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्कूटी के लिए चयनित छात्राएं एवं उनके परिवारजन शामिल रहे। अभी भी यदि सभी स्कूटी जल्दी नहीं बांटी गई तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा।

ज्ञापन में लिखा है कि महिला शिक्षा को बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना काली बाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना चलाई हुई है। गंगापुर सिटी इलाके की छात्राओं को स्कूटियों के वितरण के लिए राजकीय महाविद्यालय गंगापुर सिटी को नोडल महाविद्यालय बनाया हुआ है। जिसके प्राचार्य ने प्रोफेसर धर्मवीर मीणा को स्कूटी प्रभारी नियुक्त किया हुआ है। लेकिन प्रभारी धर्मवीर मीणा की कार्य के प्रति लापरवाही के कारण छात्राओं को स्कूटी समय पर नहीं मिली हैं। अभी तक बांटी गई ज्यादातर स्कूटियां छात्र आंदोलन के बाद ही बांटी गई हैं। छात्राओं को परीक्षा टाइम में भी बार बार बुलाकर परेशान किया जा रहा है। छात्राएं एवं परिवारजन बहुत नाराज हैं। पहले राजस्थान दिवस 30 मार्च तक सभी छात्राओं को स्कूटी देने का आश्वासन दिया था। फिर कहा कि 2 अप्रैल को डिप्टी सीएम दियाकुमारी जी के गंगापुर सिटी के कार्यक्रम में सभी स्कूटी बांट दी जाएगी। लेकिन दिया कुमारी जी कर कमलों से 11 छात्राओं को ही स्कूटी प्रदान की गई थी। जिसके गवाह हम भी हैं। इसके बाद प्राचार्य एवं स्टाफ दोपहर बाद की 3 बजे से शाम 6 बजे तक की परीक्षा ड्यूटी पर चले गए। स्कूटी प्रभारी धर्मवीर मीणा ने अपने फेसबुक पर लिखा, मीडिया को बताया कि 2 अप्रैल को 51 स्कूटी वितरित कर दी गई थी। यह सरासर झूठ है, जिसका पर्दाफाश हमने 5 अप्रैल को किया। जिसकी खबर दैनिक भास्कर में “डिप्टी सीएम को गुमराह कर रहे हैं स्कूटी प्रभारी” शीर्षक से प्रकाशित हुई है। इस खबर से घबराकर स्कूटी प्रभारी ने 6 एवं 7 अप्रैल को पल्लीवाल हीरो मोटर्स से छात्राओं को स्कूटी बांटी गई बताई जा रही है। लेकिन पल्लीवाल मोटर्स के मैनेजर एवं स्टाफ से हमने जानकारी ली तो 2 अप्रैल को स्कूटी बांटने के बारे में स्पष्ट जवाब नहीं मिला। स्कूटी बांटे जाने की सीसीटीवी वीडियो या फोटो मांगी तो देने से कतरा गए। प्रभारी ने भी 11 छात्राओं के फोटो के अलावा 2 अप्रैल को 40 छात्राओं एवं उसके बाद स्कूटी देने के फोटो आज तक भी सार्वजनिक नहीं किए हैं। अपनी लापरवाही एवं झूठ छिपाने के लिए रिकॉर्ड में खानापूर्ति की गई लगती है। स्कूटी पाने वाली एक छात्रा ने तो बताया कि इससे दिसंबर 2024 की तारीख में स्कूटी प्रभारी ने सूची पर बेक डेट में हस्ताक्षर करवाए हैं जिसका ऑडियो हमारे पास है।
यदि स्कूटी प्रभारी ने 2 अप्रैल को ही 40 छात्राओं को कंपनी से स्कूटी बांट दी है तो इनके पास प्राचार्य, प्रभारी,कंपनी स्टाफ के साथ स्कूटी वितरण के फोटो ज़रूर होते।

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चिंता की बात है कि स्कूटी समय पर वितरित करने की मांग के लिए हमारे आंदोलन से बौखलाकर प्रभारी धर्मवीर मीणा हमारे खिलाफ ही दुष्प्रचार कर रहे हैं। छात्र हित में हमारे आंदोलन में व्यवधान करवाने एवं हम पर हमला करवाने की कुटिल चाल से बाहरी गुंडों को भी बुला चुके हैं जिसका करारा जवाब हम दे चुके हैं।

सत्र 2024-25 के लिए छात्राओं को स्कूटी आवेदन में त्रुटि सुधार के लिए 24 मार्च अंतिम तिथि थी लेकिन स्कूटी प्रभारी नहीं मिलने की वजह से अनेक छात्राएं अपनी आपत्ति दर्ज करने से वंचित रह गई। विद्यार्थियों की इस चिंता को हमने उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी जी के गंगापुर सिटी आगमन पर एवं भाजपा जिला अध्यक्ष मानसिंह गुर्जर के समक्ष रखा, आग्रह किया तो त्रुटि सुधार के 9 अप्रैल तक फिर से स्कूटी का पोर्टल खुलवा दिया। लेकिन त्रुटि सुधार के लिए तिथि बढ़ाने का कोई मतलब नहीं निकला क्योंकि स्कूटी प्रभारी की कार्य के प्रति निरंतर लापरवाही रही है। कोई छात्रा कॉल करती है तो उसे डांट दिया गया। त्रुटि सुधार का प्रपत्र जमा कराने के लिए विद्यार्थी भटकते रहे। परेशान रहे। लेकिन स्कूटी प्रभारी इन्हें मिलता ही नहीं। कोई विद्यार्थी ज्यादा कॉल करता है तो उनको यह कहता है कि हम पर क्या कोई एहसान है, क्या आपको पहले ही सही फॉर्म भरना चाहिए। इस प्रकार के शब्द का प्रयोग करता है। छात्राएं बुरी तरह निराश और परेशान हैं। प्राचार्य मैडम से स्कूटी प्रभारी की शिकायत करते हैं तो कहती हैं कि ये मेरी बात भी पूरी नहीं मानते हैं। इसी प्रकार अजीत गुर्जर, रघुवीर बना, मोनिका प्रजापत, मेघा, भारती मीणा, तनिष्का बैरवा, निशा बैरवा, सोनम मीणा, प्रियंका मीणा, कल्पना मीणा आदि मौजूद रहे।


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