बांग्लादेश में हिन्दूओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ हिन्दू समाज ने उपखण्ड अधिकारी को दिया राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन, कुशलगढ़ नगर रहा संपूर्ण बंद
कुशलगढ़, बांसवाड़ा।अरुण जोशी। कस्बे में हिन्दू समाज ने अंबेमाता गणपति मंदिर पर एकत्रित होकर धर्म सभा का आयोजन किया। धर्म सभा में नरसिंह गिरी महराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दू समाज और अल्पसंख्यक समाज पर अत्याचार किया जा रहा है। इस्काॅन मन्दिर के पुजारी श्यामदास प्रभु को गलत तरीके से गिरफ्तार कर उन्हें प्रताडित किया जा रहा है। उन्हें कानूनी मदद के लिए वहां की सरकार कोई वकील भी उपलब्ध नहीं करवा रही है। जो वकील उनकी कानूनी मदद कर रहे थे उन्हें जिहादी तत्वों ने मार दिया। मामाजी की मूर्ति से तहसील कार्यालय तक रैली निकालकर उपखण्ड अधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के आव्हान पर संपूर्ण कुशलगढ़ नगर रहा बंद ।ज्ञापन में बताया कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के खिलाफ विद्रोह कर उन्हें हटाकर जिहादी तत्वों ने अन्तरिम सरकार बनाकर वहां रह रहे। बांग्लादेश में हिन्दूओ और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारत सरकार और विश्व समुदाय को आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देषित करें। पूरी दुनिया में आज भारत और हिन्दू समाज को इज्जत मिल रही है एवं भारतीय संस्कृति को दुनिया आज अपना रही है। वही पडौसी देश बांग्लादेश एवं पाकिस्तान में हिन्दूओं के मूलभुत अधिकारों का हनन हो रहा है। उनका जबरन धर्मान्तरण, हिन्दू बालिकाओं का शोषण हो रहा है। इसके खिलाफ भारत सरकार को सख्त कार्यवाही करने हेतु निवेदन किया गया। इस मौके पर कस्बे के विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी शंकरलाल मईडा को ज्ञापन सौंपा गया। सनातन धर्म रक्षा के नरसिंह गिरी महराज,पंडित हेमेंद्र पंड्या,विजय सिंह देवदा, कालुसिंह देवदा,बजरंग दल अमित सिंह चौहान नपा अध्यक्ष जितेंद्र अहारी, नपा उपाध्यक्ष नितेश बैरागी,पार्षद नरेश गादीया, महावीर कोठारी,अखंड सनातन मंडल के विजयपाल सिंह जाधव,विप्र फाउंडेशन संरक्षक हरेंद्र पाठक,विप्र फाउंडेशन प्रदेश उपाध्यक्ष तिलोत्तमा पंड्या विश्व हिंदू परिषद उपाध्यक्ष ऊषा प्रजापत,प्रीति ठाकुर,शिवाजी मंच से पंकज दोशी,राजेश कलाल,कमलेश भाटिया,दिगंबर जैन समाज से मुकेश शाह रामकिशन मकवाना सहित समस्त हिन्दु संगठन एवं हिन्दु समाजजन उपस्थित रहे।