जयपुर 8 मई। देश में किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की तैयारियों का आकलन करने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राजस्थान सरकार के निर्देशों के अनुसार प्रदेश के सभी 41 जिलों में बुधवार को विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से हवाई हमले की पूर्व सूचना देने के लिए चेतावनी प्रणाली को सक्रिय करने, आग लगने अथवा बिल्डिंग के क्षतिग्रस्त हो जाने पर पीड़ितों के बचाव की कार्यवाही के निर्देशों की प्रभावी पालना करने का अभ्यास सफलतापूर्वक किया गया।
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बताया कि कई स्थानों पर दिन में करीब 4 बजे नागरिक सुरक्षा के लिए चेतावनी प्रणाली को दुरस्त करने का पूर्वाभ्यास किया गया। सभी स्थानों और जिलों पर मॉक ड्रिल में स्थानीय प्रशासन के साथ नागरिक सुरक्षा, पुलिस, होमगार्ड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर परिषद, पेयजल और विद्युत विभागों, स्थानीय शिक्षण संस्थाओं से जुड़े एनसीसी कैडेट और स्काउट गाइड स्वयंसेवकों के साथ ही रेलवे, बीएसएनएल सहित अन्य संगठनों ने भागीदारी की। इस अभ्यास में अधिकारियों-कार्मिकों के साथ ही आम लोग भी सक्रियता से जुड़े और अपनी अपेक्षित भूमिका निभाई।
पंत ने बताया कि दिन में हुए नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास के बाद, रात्रि के दौरान भी हवाई हमले की स्थिति में शहरी और ग्रामीण सहित पूरे राज्य में अलग-अलग समय पर ब्लैक आउट का अभ्यास किया गया। उन्होंने प्रदेश के सभी नागरिकों को मॉक ड्रिल के दौरान अपेक्षित भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया और ऐसी किसी अन्य अभ्यास में भी सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि आम लोग भविष्य में भी ब्लैक आउट और आपातकालीन सायरन की आवाज सुनते ही सभी निजी और सार्वजनिक संस्थानों, घरों की रोशनी, रोड लाइट, परिवहन साधनों द्वारा रोशनी बंद रखकर राष्ट्रीय सुरक्षा के अभ्यास में अपना योगदान दें।

2014 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 2015 से 2021 तक गंगापुर सिटी पोर्टल (G News Portal) का बतौर एडिटर सञ्चालन किया। 2017 से 2020 तक उन्होंने दैनिक समाचार पत्र राजस्थान खोज खबर में काम किया। 2021 से 2022 तक दैनिक भास्कर डिजिटल न्यूज और साधना न्यूज़ में। 2021 से अब तक वे आवाज आपकी न्यूज पोर्टल और गंगापुर हलचल (साप्ताहिक समाचार पत्र) में संपादक और पत्रकार हैं। साथ ही स्वतंत्र पत्रकार हैं।