कोटड़ी ब्लाॅक में 6 बिंदूओं पर केंद्र सरकार सीधे विकास करेगी-सांसद अग्रवाल
शाहपुरा जिले के कोटड़ी उपखंड में शुक्रवार से प्रारम्भ हुए संपूर्णता अभियान का आयोजन ब्लॉक मुख्यालय पर कृषि उपज मंडी में हुआ। भीलवाड़ा के सांसद दामोदर अग्रवाल ने अभियान का दीप प्रज्जवलित करके उद्घाटन किया। बतौर अतिथि जहाजपुर के विधायक गोपीचंद मीणा, मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल, कोटड़ी प्रधान करण सिंह बेलवा, शाहपुरा जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत मौजूद रहे। शाहपुरा जिले मे ंकेवल कोटड़ी ब्लाॅक का चयन इस योजना में किया गया है। यह संपूर्णता अभियान 30 सितम्बर 2024 तक रहेगा। इस संपूर्णता अभियान के अन्तर्गत आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में देश भर के 500 ब्लॉक में आवश्यक सरकारी सेवाओं को पूरा करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में ब्लॉक कोटड़ी को भी सम्मिलित किया गया है।
इस मौके पर सांसद दामोदर अग्रवाल ने ग्रामीणों से संवाद करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य ब्लॉक कोटड़ी में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पेयजल और स्वच्छता, कृषि, जल संसाधन, किफायती उत्पादों और बुनियादी ढांचे जैसी सरकारी सेवाओं को आमजन तक पहुंचाना है। आज इसका शुभारंभ हुआ है। आज निती आयोग के निदेशक भी इस कार्यक्रम में मौजूद है। कोटड़ी ब्लाॅक में केंद्र सरकार विकास के लिए अब दुगने उत्साह से काम करेगी। आज पिछड़े कोटड़ी को विकसित कोटड़ी बनाने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। अब यहां पर योजनाबद्व तरीके से काम होगा।
समारोह को जहाजपुर के विधायक गोपीचंद मीणा, मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल, कोटड़ी प्रधान करण सिंह बेलवा, शाहपुरा जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने संबोधित किया।
शाहपुरा जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि नीति आयोग ने आज से तीन महीने का सम्पूर्णता अभियान कोटड़ी में शुरू किया है। 30 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान में छह प्रमुख संकेतकों पर आधारित परिपूर्णता हासिल करने के लिए आकांक्षी प्रखंड कोटड़ी में अनवरत प्रयास किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत छह चिन्हित संकेतकों के आधार पर परिपूर्णता प्राप्त करने का लक्ष्य है। कलेक्टर ने बताया कि सम्पूर्णता अभियान प्रदर्शन के जिन प्रमुख संकेतकों पर ध्यान देगा, उनमें शामिल हैं- ऐसी गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, जिन्हें देखभाल के लिए पंजीकृत किया गया है, मधुमेह से पीड़ित लोगों का प्रतिशत, हाइपरटेंशन से पीड़ित व्यक्तियों का प्रतिशत, ऐसी गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत जिन्हें अतिरिक्त पोषण प्रदान किया जा रहा है, मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए जाने का प्रतिशत और ऐसे स्वयं सहायता समूहों का प्रतिशत जिन्हें प्रखंड स्तर पर राशि दी गई है।
अब तीन माह में यह रहेगी कार्ययोजना—–
कोटड़ी में अब योजना के शुरू होने पर पहली त्रैमासिक अवधि के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले मधुमेह की जांच कराने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत, ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले उच्च रक्तचाप के लिए जांचे गए व्यक्तियों का प्रतिशत, आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, मृदा नमूना संग्रहण लक्ष्य के मुकाबले सृजित मृदा स्वास्थ्य कार्डों का प्रतिशत, ब्लॉक में कुल स्वयं सहायता समूहों के मुकाबले रिवाल्विंग फंड प्राप्त करने वाले स्वयं सहायता समूहों का प्रतिशत तय किया जाकर कार्य होगा।
कोटड़ी-आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के बारे में—
देश के अपेक्षाकृत पिछड़े और दूरदराज के क्षेत्रों के तेजी से विकास को सुनिश्चित करने के लिए 112 जिलों को कवर करने वाले आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) को वर्ष 2018 में लॉन्च किया गया था। एडीपी ने अपने नागरिकों के जीवन को उन्नत बनाने वाले प्रमुख संकेतकों को बेहतर बनाने पर एक मापनीय और ठोस प्रभाव डाला है। आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) की सफलता के आधार पर अब आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (एबीपी) को 2023 में प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया और इसका उद्देश्य देश भर के 500 ब्लॉकों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पेयजल और स्वच्छता, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और अवसंरचना जैसे कई क्षेत्रों में आवश्यक सरकारी सेवाओं की परिपूर्णता अर्जित करना है। इसमें कोटड़ी ब्लाॅक का चयन किया गया है।