भीलवाड़ा|राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हलेड़ में पदस्थापित शारीरिक शिक्षक व स्काउटर मुकेश कुमावत ने विश्व साईकिल दिवस पर एक महत्वपूर्ण पहल की। उन्होंने भीलवाड़ा से माण्डल, करेड़ा, बोराना, रायपुर, गंगापुर और गुरला होते हुए स्टेशन चौराहा तक 151 किलोमीटर की साईकिल यात्रा कर लोगों को पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।मुकेश की इस साईकिल यात्रा का उद्देश्य लोगों को उनके जीवन में साईकिल को स्थान देने के लिए प्रेरित करना था। उन्होंने बताया कि साईकिल चलाना न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यात्रा के दौरान गुरला में बद्री लाल माली और भीलवाड़ा लौटने पर साइकिल क्लब के त्रिलोक चंद छाबड़ा, अरुण संतोष मुँछाल, बाबूलाल जाजू, और स्काउट स्थानीय संघ के सह सचिव आयुष सैनी द्वारा उनका स्वागत किया गया।साइकिल यात्रा के दौरान मुकेश के साथ कृष्णकांत टाक (एम जी एम जिम्नास्टिक्स एकेडमी) और पुनीत सोमानी ने भी सहयोग किया। इस यात्रा का उद्देश्य लोगों को साईकिल चलाने के फायदों के बारे में जागरूक करना और उन्हें अपने दैनिक जीवन में साईकिल को शामिल करने के लिए प्रेरित करना था। मुकेश ने बताया कि साईकिल चलाने से न केवल शारीरिक फिटनेस बनी रहती है, बल्कि यह पर्यावरण को भी संरक्षित करने में मददगार साबित होता है।इस मौके पर प्रदीप विजयवर्गीय ने भी भीलवाड़ा से माण्डलगढ़ तक 110 किमी साईकिल चला कर लोगों को जागरूक किया। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य भी लोगों को साईकिल चलाने के फायदों के बारे में जागरूक करना था।भीलवाड़ा साइकिल क्लब के सदस्यों ने भी स्टेशन चौराहे से शहर के विभिन्न मार्गों से सूचना केंद्र तक साईकिल रैली का आयोजन किया। इस रैली में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और साईकिल चलाने के फायदों के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। साईकिल रैली के दौरान लोगों ने साईकिल चलाने के फायदों के बारे में चर्चा की और एक स्वस्थ और स्वच्छ पर्यावरण के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।इस अवसर पर साईकिल क्लब के सदस्य त्रिलोक चंद छाबड़ा ने कहा, “साईकिल चलाना एक बेहतरीन व्यायाम है और यह पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद करता है। हमें अपनी दैनिक गतिविधियों में साईकिल को शामिल करना चाहिए और लोगों को इसके फायदों के बारे में जागरूक करना चाहिए।”मुकेश की इस पहल से भीलवाड़ा में साईकिल चलाने के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है और उन्हें अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए साईकिल चलाने के महत्व का एहसास हुआ है। उनकी इस यात्रा ने लोगों को प्रेरित किया है और यह संदेश दिया है कि साईकिल चलाना केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और स्वच्छ जीवनशैली का प्रतीक है।इस प्रकार, मुकेश कुमावत की 151 किलोमीटर की साईकिल यात्रा ने लोगों को पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया और साईकिल चलाने के फायदों के बारे में बताया। उनकी इस पहल को सराहा गया और यह उम्मीद है कि उनके इस प्रयास से लोग साईकिल चलाने को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देंगे।